कोलंबो। श्रीलंका के खिलाफ गाले में पहला टेस्ट 304 रन से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना चुकी भारतीय टीम जब तीन अगस्त से यहां दूसरा टेस्ट खेलने उतरेगी तो उसके कई खिलाड़ियों के निशाने पर व्यक्तिगत कीर्तिमान होंगे।
भारतीय खिलाड़ियों में चेतेश्वर पुजारा, रविचंद्रन अश्विन, कप्तान विराट कोहली, शिखर धवन, रवींद्र जडेजा और उमेश यादव के पास व्यक्तिगत कीर्तिमान बनाने का मौका रहेगा। भारतीय टीम के नए श्रीमान भरोसेमंद चेतेश्वर पुजारा के लिए यह टेस्ट कई लिहाज़ से यादगार साबित हो सकता है।
पुजारा का यह 50वां टेस्ट होगा और इसके साथ ही उनके पास टेस्ट क्रिकेट में 4000 रन पूरे करने का मौका रहेगा। पुजारा अब तक 49 टेस्टों में 52.18 के औसत और 12 शतकों तथा 15 अर्धशतकों सहित 3966 रन बना चुके हैं।
पुजारा ने गाले में पहले टेस्ट में 153 रन बनाए थे जो उनके करियर का 12वां शतक था। इसकी बदौलत वह 4000 रन के करीब पहुंच गए हैं। 29 वर्षीय पुजारा को यह आंकड़ा हासिल करने के लिए मात्र 34 रन की जरूरत है। पुजारा यदि इस उपलब्धि पर पहुंच जाते हैं तो वे इस कीर्तिमान पर पहुंचने वाले 15वें भारतीय खिलाड़ी होंगे।
रविचंद्रन अश्विन के पास इस मैच में एक अनूठा डबल पूरा करने का मौका रहेगा। अश्विन अपने करियर में अब तक 50 टेस्टों में 1950 रन बनाने के अलावा 279 विकेट ले चुके हैं। यदि वेकोलंबो टेस्ट में 50 रन बना जाते हैं तो उनके नाम 2000 रन और 200 विकेट का अनूठा डबल हो जाएगा।
भारतीय क्रिकेट में अब तक कपिल देव (5248 रन और 434 विकेट), अनिल कुंबले (2506 रन और 619 विकेट) और हरभजन सिंह (2224 रन और 417 विकेट) को ही यह उपलब्धि हासिल हुई। इस मैच के दौरान अश्विन एक मेडन ओवर फेंकते ही अपने टेस्ट करियर में 500 मेडन ओवर भी पूरे लेंगे।
गाले टेस्ट में नाबाद 103 रन बनाकर अपना 17वां शतक जड़ चुके भारतीय कप्तान विराट कोहली कोलंबो टेस्ट में खेलने के साथ ही एक शतक पूरा कर लेंगे। कोलंबो टेस्ट की पहली पारी विराट के करियर की 100वीं पारी होगी।
विराट ने अब तक 58 टेस्टों की 99 पारियों में 4603 रन बनाए हैं जिसमें 17 शतक और 14 अर्धशतक शामिल हैं। वह सर्वाधिक शतक बनाने के मामले में सचिन तेंदुलकर (51), राहुल द्रविड़ (36), सुनील गावस्कर (34), वीरेंद्र सहवाग (23) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (22) के बाद वीवीएस लक्ष्मण के साथ संयुक्त छठे स्थान पर हैं।
दुनिया के नंबर एक टेस्ट गेंदबाज जडेजा के लिए कोलंबो टेस्ट यादगार साबित हो सकता है। इस मैच में दो विकेट लेते ही वे 150 टेस्ट विकेट पूरे कर लेंगे। जडेजा की इस समय 31 टेस्टों में 148 विकेट हैं। जडेजा ने गाले में पहले टेस्ट की दोनों पारियों में तीन-तीन सहित कुल छह विकेट लिए थे। इस प्रदर्शन की बदौलत उनका टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक स्थान बना हुआ है।
जडेजा के पास कोलंबो टेस्ट में पूर्व लेग स्पिनर सुभाष गुप्ते और टीम इंडिया के मौजूदा कोच तथा पूर्व लेफ्ट आर्म स्पिनर रवि शास्त्री को पीछे छोड़ने का मौका रहेगा। गुप्ते ने 36 टेस्टों में 149 विकेट और शास्त्री ने 80 टेस्टों में 151 विकेट लिए थे। जडेजा यदि 150 विकेट पूरे करते हैं तो वे इस उपलब्धि तक पहुंचने वाले 14वें भारतीय गेंदबाज होंगे।
गब्बर के नाम से मशहूर ओपनर शिखर के लिए भी यह टेस्ट पुजारा जितना महत्वपूर्ण होगा। पुजारा जहां 50वां टेस्ट खेलने उतरेंगे वहीं शिखर का यह 25वां टेस्ट होगा। शिखर ने गाले टेस्ट में 190 रन बनाए थे जो उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ पारी थी।
तेज गेंदबाज उमेश यादव को कोलंबो टेस्ट में यदि कीर्तिमान बनाना है तो उन्हें जबरदस्त प्रदर्शन करना होगा। यादव के खाते में 32 टेस्टों में 90 विकेट हैं और 100 विकेट का आंकड़ा पूरा करने के लिए उन्हें 10 विकेट की जरूरत है, लेकिन इसके लिए यादव को करिश्माई प्रदर्शन करना होगा। (वार्ता)