आईसीसी ने साल 2021 से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पुरुष तथा महिला खिलाड़ी को हर महीने प्लेयर ऑफ द मंथ पुरस्कार देने की घोषणा की थी। जहां तक पुरुष खिलाड़ियों की बात है इस अवार्ड में भारतीयों का ही दबदबा है। हालांकि महिला वर्ग में एक भारतीय क्रिकेटर का नॉमिनेशन तक नहीं आया है।
जनवरी में जीते ऋषभ पंत
आईसीसी ने जनवरी माह में भारत के विकेटकीपर ऋषभ पंत, इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट और आयरलैंड के सलामी बल्लेबाज पॉल स्टर्लिंग को इस अवार्ड के लिए नामित किया।
अंत में यह अवार्ड ऋषभ पंत की झोली में गिरा। 23 वर्षीय पंत ने जनवरी में संपन्न हुए ऑस्ट्रेलिया दौरे में दो टेस्ट मुकाबले खेले थे और सिडनी टेस्ट में 97 तथा चौथे और अंतिम टेस्ट मुकाबले में नाबाद 89 रन बनाए थे जिसकी बदौलत टीम इंडिया के ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ऐतिहासिक सीरीज जीत हासिल की थी।
इस बीच महिला वर्ग में पाकिस्तान की डियाना बेग और दक्षिण अफ्रीका की शबनिम इस्माइल और मरिजाने काप को महिला प्लेयर ऑफ द मंथ के लिए नामित किया गया था।
फरवरी में आर अश्विन की जीत
आईसीसी ने फरवरी माह में भारतीय स्पिनर आर अश्विन, इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और वेस्टइंडीज के लिए टेस्ट पदार्पण कर चुके काइल मेयर्स को इस पुरुस्कार के लिए नामित किया।
फरवरी माह में खेले टेस्ट मैचों में कुल 176 रन बनाने और 24 विकेट लेने के लिए अश्विन को पुरुष वर्ग में फरवरी का महीने का सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुना गया। इंग्लैंड के कप्तान जो रुट के हाथ एक बार फिर निराशा हाथ लगी।
वहीं महिला वर्ग में इंग्लैंड की टैमी ब्यूमोंट को महीने का सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी चुना गया था। यह दूसरा मौका था जब भारतीय महिला टीम की एक भी सदस्य नॉमिनेशन्स में भी शुमार नहीं थी। जो कि लाजमी है क्योंकि तब तक उन्होंने क्रिकट खेलना ही शुरु नहीं किया था।
टीम इंडिया चाहेगी कि आने वाले महीनों में भी आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ के अवार्ड पर पुरुष टीम का ही वर्चस्व रहे और महिला टीम का भी जल्द ही खाता खुले।
विजेता का निर्णय ऐसे होता है
वोटिंग अकादमी ईमेल से अपने वोट देती है जो कुल वोट का 90 प्रतिशत होता है। महीने के पहले दिन आईसीसी से रजिस्टर्ड प्रशंसक अपने वोट आईसीसी की वेबसाइट पर डाल ससते हैं जो कुल वोट का दस प्रतिशत होता है। आनलाइन वोट के अलावा एक स्वतंत्र आईसीसी वोटिंग अकादमी भी बनाई गई है जिसमे पूर्व खिलाड़ी, प्रसारक और पत्रकार शामिल होते हैं।