पहले टी-20 में लचर भारतीय गेंदबाजी के कारण क्रिकेट फैंस ने बोर्ड कोच और कप्तान से यह गुजारिश की है कि दूसरे टी-20 में अपनी रफ्तार के लिए जाने वाले उमरान मलिक को टी-20 डेब्यू कराया जाए। गौरतलब है कि पहले टी-20 में भारतीय गेंदबाज दक्षिण अफ्रीका के सिर्फ 3 विकेट निकाल पाए और काफी महंगे भी साबित हुए।
उमरान मलिक ने सनराइजर्स हैदराबाद की और से खेलते हुए दोनों ही सत्रो में प्रभावित किया है। खासकर 2022 में उन्होंने रफ्तार के साथ साथ विकेट भी निकाले। उन्होंने 14 मैचों में 295 गेंदो में 444 रन देकर 22 विकेट लिए। सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाजों की लिस्ट में वह चौथे नंबर पर थे। इस कारण उन्हें टीम में शामिल करने की मांग पकड़ने लगी है।
उमरान मलिक को डेब्यू के लिए करना पड़ेगा और इंतजार
भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ का मानना है कि उमरान मलिक एक "उत्साहजनक" प्रतिभा ज़रूर हैं लेकिन शायद उन्हें मौक़ा मिलने में अभी भी थोड़ा समय है। मलिक को तमाम प्रतिभा और तेज गति होने के बावजूद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पहले टी 20 के लिए टीम इंडिया में शामिल नहीं किया गया।
उमरान ने आईपीएल 2022 में सबको प्रभावित करते हुए 14 मैच में 22 विकेट लिए और लगातार 150 किमी प्रति घंटा से अधिक के औसत से गेंदबाज़ी की। द्रविड़ ने कहा, "कल भी उमरान को नेट्स में देख कर साफ़ था कि उनमें ज़बरदस्त गति है। वह एक युवा गेंदबाज़ हैं जो हमेशा सीखने की चाह रखते हैं और वह जितना खेलेंगे उतना ही सीखेंगे। हमारे नज़रिए से मैं बहुत ख़ुश हूं कि वह दल का हिस्सा हैं लेकिन हमें देखना पड़ेगा हम उन्हें कितना गेम टाइम दे पाएंगे। इस दल में बहुत सारे खिलाड़ी हैं और सबको एकादश में जगह देना संभव नहीं है।"
द्रविड़ ने यह इशारा भी किया कि उमरान और अर्शदीप सिंह जैसे गेंदबाज़ों का प्रयोग करने से पहले वह अनुभवी गेंदबाज़ों को तरजीह देंगे। उन्होंने भुवनेश्वर कुमार, हर्षल पटेल और आवेश ख़ान की तरफ़ रुझान देते हुए कहा, "मैं ऐसा व्यक्ति हूं जो किसी भी खिलाड़ी को पर्याप्त मौक़े देने में विश्वास करता हूं ताक़ि वह सहज महसूस करें। ऐसे में देखना पड़ेगा कि उमरान या अर्शदीप जैसे उत्साहजनक, शानदार प्रतिभाओं को हम कितने मौक़े दे पाएंगे। हमारे पास कुछ ऐसे अनुभवी खिलाड़ी हैं जो पहले टीम का हिस्सा रहे हैं जैसे भुवी, हर्षल या आवेश। यह अच्छी बात है कि कुछ अनुभवी गेंदबाज़ों के साथ दो नए गेंदबाज़ भी मौजूद हैं। इससे हमें अवसर प्राप्त होगा कि हम कुछ नए खिलाड़ियों को मौक़ा दें और देखें कि वह कैसा करते हैं।"