भारतीय महिला क्रिकेटरों के लिए आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ का अवार्ड - हाथ को आया मुंह ना लगा वाला मुहावरा बनकर रह गया है। जनवरी से शुरु हुए इस प्लेयर ऑफ द मंथ में कई महीनों बाद फैंस की आशा बंधी थी कि इस बार अवार्ड जरुर आएगा क्योंकि 3 में से 2 नॉमिनेशन महिला क्रिकेटर्स के थे। लेकिन इस बार यह अवार्ड इंग्लैंड की महिला क्रिकेटर ले उड़ी। इंग्लैंड की सोफी एक्लेस्टोन को महिला श्रेणी में आईसीसी प्लेयर ऑफ द मंथ पुरस्कार के लिए चुना गया है। जून माह में संपन्न श्रृंखलाओं में शानदार प्रदर्शन के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा।
इंग्लैंड की लेफ्ट आर्म स्पिनर सोफी एक्लेस्टोन ने जून में भारत के खिलाफ सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। महिला श्रेणी में उन्होंने शैफाली वर्मा और स्नेह राणा की भारतीय जोड़ी को पीछे छोड़ा है। इसी के साथ वह आईसीसी महिला प्लेयर ऑफ द मंथ पुरस्कार जीतने वाली दूसरी अंग्रेज महिला क्रिकेटर बन गईं हैं। इससे पहले टैमी ब्यूमोंट को फरवरी में यह पुरस्कार मिला था।
वोटिंग अकादमी के प्रतिनिधि मपुमेलेलो मबांगवा ने एक्लेस्टोन के बारे में कहा, “ एक्लेस्टोन के लिए पिछला महीना बहुत शानदार रहा है। उन्होंने भारत के खिलाफ श्रृंखला में अच्छी गेंदबाजी करके भारतीय खिलाड़ियों को खासा परेशान किया। इसमें कोई संदेह नहीं है कि उनके विरोधी उनसे निपटने के लिए दुविधा में पड़ गए, क्योंकि उन्होंने बल्लेबाजों को बचने का कोई मौका नहीं दिया। यह उनके लिए एक बहुत ही शानदार महीना था, जिसमें वह अपनी इंग्लैंड टीम के लिए बहुत प्रभावशाली रहीं। ”
वनडे डेब्यू में ही प्लेयर ऑफ द मंथ के लिए नॉमिनेट हुई थी शेफाली
खेल के सबसे छोटे प्रारूप में सभी को प्रभावित कर चुकी 17 साल की शेफाली ने इंग्लैंड के खिलाफ शानदार टेस्ट पदार्पण में दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ते हुए 96 और 63 रन की पारी खेली थी जिसके चलते वह मैच की सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनीं थी।
वह पदार्पण टेस्ट दोनों पारियों में अर्धशतक जड़ने वाली भारत की पहली और दुनिया की चौथी खिलाड़ी बनी। उनका पहली पारी का स्कोर पदार्पण करते हुए किसी भारतीय महिला का सर्वोच्च स्कोर है। उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ दो वनडे में 85.50 के स्ट्राइक रेट से 59 रन भी बनाए थे।
ऑलराउंडर स्नेह राणा ने भी किया था शानदार प्रदर्शन
आलराउंडर स्नेह ने भी ब्रिस्टल में यादगार टेस्ट पदार्पण करते हुए दूसरी पारी में 154 गेंद में नाबाद 80 रन बनाए जिससे भारतीय टीम फालोआन खेलते हुए मैच ड्रॉ कराने में सफल रही। उन्होंने इंग्लैंड की पारी में 131 रन देकर चार विकेट भी चटकाए। उन्होंने इसी टीम के खिलाफ एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच में भी 43 रन देकर एक विकेट हासिल किया।
एक्लेस्टोन दोनों भारतीय खिलाड़ियों पर पड़ी भारी
इंग्लैंड की बायें हाथ की स्पिनर एक्लेस्टोन भारत के खिलाफ एकमात्र टेस्ट में सबसे सफल गेंदबाज रहीं। उन्होंने मैच में 25.75 की औसत से 206 छह रन देकर आठ विकेट चटकाए। उन्होंने दोनों पारियों में चार-चार विकेट हासिल किए थे। उन्होंने दो वनडे में 12.16 की औसत और 3.65 की इकोनॉमी रेट से छह विकेट लिए थे।(वार्ता/वेबदुनिया डेस्क)