बर्मिंघम। इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान एलिस्टेयर कुक का मानना है कि भारत के तेज गेंदबाजी आक्रमण में विविधता है और वह धारदार है जैसा कि पहले नहीं हुआ करता था।
कुक ने बुधवार से शुरू होने वाले पहले टेस्ट क्रिकेट मैच से पूर्व कहा कि भारत की गेंदबाजी में विविधता है जैसा कि आम तौर पर देखने को नहीं मिलता था। उनकी तेज गेंदबाजी आक्रमण धारदार है। उन्होंने कहा, मैंने पिछले दस वर्षों में उन्हें खेला है। उनके पास पहले पांच या छह अलग अलग तरह के तेज गेंदबाजों को खिलाने का विकल्प नहीं था। मैंने अतीत में जो अनुभव किया यह उससे भिन्न है लेकिन अगले छह सप्ताह में हम देखेंगे।
भारत के लिए शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की खराब फार्म चिंता का विषय है लेकिन कुक ने शिखर धवन और चेतेश्वर पुजारा का समर्थन करते हुए कहा कि वे श्रृंखला में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। उन्होंने कहा, अच्छे खिलाड़ियों के लिए फार्म अस्थाई होती है। वे बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं क्योंकि उन्होंने अतीत में निरंतर अच्छा प्रदर्शन करके ढेरों रन बनाए हैं।
कुक ने कहा कि इसलिए वह दुनिया की नंबर एक टीम है। आप एक या दो पारियों में असफल हो सकते हो और अचानक आप लय हासिल कर लेते हो और बड़ा स्कोर बनाते हो। यही मंझे हुए बल्लेबाजों निश्चित तौर पर शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों की प्रकृति होती है।
यह 33 वर्षीय खिलाड़ी इंग्लैंड के शीर्ष क्रम की जिम्मेदारी संभालेगा। उन्होंने कहा कि वह भारत का सामना करने के लिए तरोताजा महसूस कर रहे हैं। भारत के खिलाफ एजबेस्टन में वह काफी सफल भी रहे हैं।
इस मैदान पर 2011 में 294 रन की पारी खेलने वाले कुक ने कहा कि मैं तरोताजा महसूस कर रहा हूं। मैंने पिछले तीन सप्ताह से भी अधिक समय से अधिक क्रिकेट नहीं खेली है। पिछले सप्ताह कुछ स्कोर (भारत ए के खिलाफ इंग्लैंड लायन्स की तरफ से 180 रन) करना अच्छा रहा। मैं अच्छी तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं। मुझे लगता है कि मैं पूरी तरह से तैयार हूं।
पिछले साल कप्तानी छोड़ने वाले कुक ने इस बारे में कहा, मैंने इंग्लैंड के कप्तान के रूप में बिताए गए समय का पूरा लुत्फ उठाया। यह बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य है। यह मुश्किल काम है। लेकिन यह फलदायी भी है। आपकी उन तरीकों से परीक्षा होती है जिनके बारे में आपने कभी सोचा भी नहीं होगा। (भाषा)