सबसे लोकप्रिय क्रिकेट लीग आईपीएल को रोमांचक बनाने के लिए इसमें फुटबॉल की तरह नया नियम शामिल किया जा रहा है।
इस नियम के आने से बैंच के खिलाडि़यों की किस्मत चमक जाएगी। आईपीएल में भी अब फुटबॉल की तर्ज पर मिड सीजन खिलाडि़यों का ट्रांसफर हो सकेगा।
मिड सीजन ट्रांसफर में कैप्ड और अनकैप्ड दोनों तरह के खिलाड़ियों को शामिल किया जा सकता है। हालांकि उन्हीं कैप्ड खिलाड़ियों का ट्रांसफर हो सकेगा, जिन्होंने अब तक दो या फिर उससे कम मैच खेले हैं जबकि किसी भी खिलाड़ी का ट्रांसफर तभी हो सकता है जब दोनों टीमों के साथ-साथ खिलाड़ी भी इसके लिए तैयार हों।
इस मिड सीजन ट्रांसफर के नियम के आने से उन सभी खिलाडि़यों को मौका मिल सकता है जो अभी तक मैदान पर नजर भी नही आए हैं। इसमें रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुर के मोईन अली, मुंबई इंडियंस के जेपी डुमिनी, सनराइजर्स हैदराबाद के एलेक्स हेल्स, राजस्थान रॉयल्स के ईश सोढ़ी और दिल्ली डेयरडेविल्स के संदीप लामिछाने जैसे खिलाड़ी किसी और टीम में खेलकर अपना जलवा दिखा सकते हैं।
आईपीएल के दौरान मिड सीजन ट्रांसफर नियम को एक अच्छी पहल बताया जा रहा है, जबकि मुंबई इंडियंस के कप्तान रोहित शर्मा ने भी इस नियम की प्रशंसा की है। आईपीएल में हर टीम के पास अधिकतम 25 खिलाड़ी होते हैं, लेकिन फ्रैंचाइजी 18-19 खिलाड़ियों को ही मौके दे पाती है।
यानी अन्य क्रिकेटर बैंक पर ही बैठकर अपना पूरा सीजन गुजार देते हैं। मिड सीजन ट्रांसफर की मांग पहली बार 2016 में हुई थी, उस वक्त डेल स्टेन को पूरा सीजन बैंच पर बैठकर गुजारना पड़ा था।
इसके बाद यह मुद्दा आईपीएल गवर्निंग काउंसिल के सामने उठा था और रोहित शर्मा ने इसका समर्थन किया था। आईपीएल को रोमांचक बनाने के लिए आईपीएल में पहली बार इस नियम का प्रयोग किया जा रहा है, लेकिन ईपीएल या ला लीगा में यह काफी समय से प्रयोग में लाया जा रहा है। (Photo Courtesy : iplt20.com)