INDvsPAK उभरते हुए युवा बल्लेबाज साई सुदर्शन की संयमित शतकीय पारी के साथ तेज गेंदबाज राजवर्धन हैंगरगेकर के पांच विकेट झटकने से भारत ए ने बुधवार को यहां एमर्जिंग एशिया कप में पाकिस्तान ए को आठ विकेट से हराकर लीग चरण का समापन सभी मैचों में जीत के साथ किया।
दिलचस्प बात है कि भारत के यह दोनों ही खिलाड़ी इंडियन प्रीमियर लीग में शामिल है। जहां गुजरात की ओर से सुदर्शन ने 8 मैचों में 51 की औसत और 141 की स्ट्राइक रेट से 362 रन बनाए थे। इसमें 3 अर्धशतक शामिल थे। वहीं चेन्नई सुपर किंग्स के राजवर्धन हैंगरगेकर ने 6 ओवर में 10 की इकॉनोमी से 60 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे।
पाकिस्तान की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और 48 ओवर में 205 रन पर सिमट गयी जिसमें हैंगरगेकर की शानदार गेंदबाजी ने अहम भूमिका अदा की। इस तेज गेंदबाज ने आठ ओवर में 42 रन देकर पांच विकेट चटकाये।
इसके बाद सुदर्शन ने 110 गेंद में नाबाद 104 रन की पारी खेलकर सुनिश्चित किया कि यह अदना सा लक्ष्य 36.4 ओवर में पूरा हो जाये।सुदर्शन ने पाकिस्तानी टीम के सीनियर तेज गेंदबाज शाहनवाज दहानी पर लगातार छक्के जड़कर अपना चौथा लिस्ट ए शतक पूरा किया। सुदर्शन की केरल के बल्लेबाज निकिन जोस (64 गेंद में 53 रन) के साथ दूसरे विकेट के लिए 99 रन की भागीदारी से पाकिस्तान की वापसी की उम्मीद भी खत्म हो गयी।
नेपाल के खिलाफ भी अच्छी पारी खेलने वाले सुदर्शन ने अपनी पारी के दौरान 10 चौके और तीन छक्के जड़े। उन्होंने स्ट्राइक रोटेट करते हुए एक एक करके 40 रन जोड़े।कप्तान यश धुल (19 गेंद में नाबाद 21 रन) को श्रेय दिया जाना चाहिए जिन्होंने सुदर्शन को इस उपलब्धि तक पहुंचने के लिए 53 रन की साझेदारी के दौरान ज्यादा स्ट्राइक दी।
जीत और शतक पूरा के लिए उन्हें दो रन चाहिए थे और सुदर्शन ने दहानी पर एक्स्ट्रा कवर पर छक्का जड़कर मैच समाप्त किया।हैंगरगेकर और बायें हाथ के स्पिनर मानव सुथार (10 ओवर में 36 रन देकर तीन विकेट) को भी पाकिस्तानी बल्लेबाजों को जल्दी समेटने का श्रेय दिया जाना चाहिए क्योंकि उनकी टीम में कोई भी अर्धशतक तक नहीं पहुंच सका।कासिम अकरम (48 रन) और मुबासिर खान (28 रन) ने अगर सातवें विकेट के लिए 53 रन की भागीदारी नहीं की होती तो पाकिस्तान सम्मानजनक स्कोर तक भी नहीं पहुंच पाता।
आशर्यजनक बात यह है कि सीनियर टीम का अनुभव ले चुके और पीएस एल का भाग रहे बड़े खिलाड़ी कुछ नहीं कर पाए। पाकिस्तान के कप्तान मोहम्मद हारिस सिर्फ 12 गेंदों में 3 चौके की मदद से 14 रन बना पाए। स्वीप शॉट खेलने के चक्कर में वह अपना विकेट सिंधू को दे बैठे। ऐसे ही पाक की सीनियर टीम से खेलने का दम भरने वाले मोहम्मद वसीम जूनियर और बुहानी की गेंदों को सुदर्शन ने लगातार सीमा पार पहुंचाया।