विराट कोहली कोई मैच खेल रहे हो और मुकाबले के दौरान वह अंपायर से ना उलझे ऐसा भला कैसा हो सकता है। अब टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल को ही ले लीजिए... आज से साउथम्प्टन के एजेस बाउल मैदान पर डब्ल्यूटीसी फाइनल का आगाज हो गया है। मैच में टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली को बीच मैदान पर अंपायर के साथ बहस बाजी करते देखा गया।
दरअसल, हुआ यूं कि भारतीय पारी के 41वें ओवर के दौरान विराट ने लेग स्टंप से बाहर जाती हुई गेंद शॉट खेलने का प्रयास किया लेकिन गेंद विकेटकीपर के पास चली गई। इसके बाद तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने कैच आउट की अपील कर दी। अपील के बाद ऐसा लग रहा था कि कीवी कप्तान केन विलियमसन डीआरएस ले लेंगे लेकिन उनके डीआरएस लेने से पहले ही समय सीमा समाप्त हो गई।
मगर इसी बीच मैदानी अंपायर रिचर्ड इलिंगवर्थ लेग अंपायर से इस बारे में बात करने लग जाते हैं। आपस में बात करने के बाद दोनों रिव्यू लेने का फैसला करते हैं। अंपायर के रिव्यू लेने के साथ ही कप्तान कोहली थोड़े नाराज आए। दरअसल, विराट को ऐसा लगा कि जब अंपायर ने पहली बार आउट की अपील को ठुकरा दिया और केन विलियमसन ने डीआरएस भी नहीं लिया तो फील्ड अंपायर ने कैसे रिव्यू लेने का फैसला किया।
जब टीवी अंपायर ने पूरी तरह से देखा कि गेंद और बल्ले के बीच कोई संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने मैदान पर मौजूद अंपायर को खेल आगे जारी करने का निर्देश दिया, लेकिन कोहली ने इसका विरोध किया और अंपायर से कुछ समय बात करते हुए भी नजर आए।
इसी दौरान टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज ओपनर वीरेंद्र सहवाग ने भी ट्वीट कर अंपायरिंग पर सवाल खड़े किए। सहवाग ने ट्वीट कर लिखा, ''अजीबोगरीब अंपायरिंग, अंपायर द्वारा कोई निर्णय नहीं दिया गया और यह स्वतः ही समीक्षा बन गया।''
सिर्फ सहवाग ही नहीं बल्कि कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स और कमेंटेटर्स ने भी खराब अंपायरिंग की आलोचना की। इतना ही नहीं कुछ ट्वीट भी इस दौरान काफी वायरल होते नजर आए।