नई दिल्ली। जिम्बाब्वे दौरे के लिए भारतीय टीम में चुने गए ऑफ स्पिनर जयंत यादव ने कहा कि वह अपने करियर में कभी ‘दूसरा’ नहीं करेंगे क्योंकि इसे कोहनी को थोड़े मोड़े बिना नहीं किया जा सकता है।
अब तक 40 प्रथम श्रेणी मैचों में 110 विकेट लेने वाले 26 वर्षीय जयंत ने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी में कभी दूसरा नहीं फेंका और कभी ऐसा करूंगा भी नहीं। मेरा मानना है कि दूसरा कोहनी मोड़े बिना किया ही नहीं जा सकता है। मेरी स्टॉक गेंद ऑफ स्पिन है और यह मेरी ताकत है। मैं अपनी कैरम बॉल पर काम कर रहा हूं लेकिन ईमानदारी से कहूं तो अभी मैं उस स्तर पर नहीं पहुंचा हूं जहां मैं इसका आईपीएल या अंतरराष्ट्रीय मैचों में उपयोग कर सकता हूं।'
जयंत के लिए लाहली के तेज गेंदबाजों के अनुकूल बंसीलाल स्टेडियम में प्रथम श्रेणी मैच खेलना चुनौती रहा और उन्हें राज्य की टीम में जगह बनाने के लिए अमित मिश्रा और यजुवेंद्र चहल के साथ मुकाबला करना पड़ा। उन्होंने कहा, 'मेरा मानना है कि इससे मैं अधिक मजबूत बना क्योंकि लाहली को तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल माना जाता है।' (भाषा)