चेन्नई: इंग्लैंड के विस्फोटक विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने शुक्रवार को कहा कि कोरोना महामारी के बीच अपने मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए अब दुनिया के शीर्ष क्रिकेटर हर श्रृंखला में नजर नहीं आयेंगे ।
बटलर ने एक वर्चुअल प्रेस कांफ्रेंस में कहा , आप हर समय सबसे मजबूत टीम लेकर उतरना चाहते हैं लेकिन वह इस समय संभव नहीं है।
इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड ने भारत के खिलाफ पहले दो टेस्ट में जॉनी बेयरस्टॉ को आराम दिया है ।बटलर ने श्रीलंका और भारत के दोहरे दौरे पर इस रोटेशन प्रणाली का समर्थन किया।बटलर का पूरा फोकस आगामी श्रृंखला पर है। वह आखिरी दो मैचों से बाहर रहकर सीमित ओवरों के चरण के लिये वापसी कर सकते हैं चूंकि बेयरस्टॉ तीसरे टेस्ट में टीम से जुड़ेंगे।
बटलर ने कहा , यह वाकई चुनौती है लेकिन दुनिया भर में लोग कठिन हालात से जूझ रहे हैं। महामारी में लोगों की दुनिया पलट गई। हम किस्मतवाले हैं कि क्रिकेट खेल पा रहे हैं। वह काम कर रहे हैं जिससे हमें प्यार है।
उन्होंने कहा , अपने परिवार से दूर रहना , पृथकवास में रहना और होटलों में बंद रहना कठिन है । ईसीबी ने दूरदर्शिता का परिचय देते हुए रोटेशन नीति अपनाई है।
उन्होंने कहा ,कई बार झुंझलाहट भी होती है क्योंकि आप हमेशा अपने सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को खेलते देखना चाहते हैं लेकिन बायो बबल में इतना लंबा समय बिता पाना संभव नहीं है।
बटलर ने स्वीकार किया कि इस समय वह अल्पकालिन लक्ष्य लेकर ही चल रहे हैं। उन्होंने कहा , आपको अपना पूरा ख्याल रखना होगा । अल्पकालिन लक्ष्य अहम है क्योंकि भविष्य में काफी अनिश्चिततायें हैं।
उन्होंने कहा कि इस साल के आखिर में होने वाले टी20 विश्व कप को ध्यान में रखकर निजी तौर पर उनके लिये आईपीएल तैयारी का अच्छा मंच होगा। उन्होंने कहा कि मार्च में होने वाले पांच टी20 मैचों से भी टीम को फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा , आईपीएल से पिचों को समझने में मदद मिलती है। इसके अलावा इसमें अधिकांश क्रिकेटर खेलते हैं तो उनके खिलाफ बल्लेबाजी और गेंदबाजी का अनुभव मिल जाता है। मसलन अगर आपने जसप्रीत बुमराह जैसे गेंदबाज को पहले नहीं खेला हो तो दिक्कत हो सकती है क्योंकि उसका एक्शन काफी अलग है।(भाषा)