लंदन: भारत के सलामी बल्लेबाज लोकेश राहुल ने कहा कि अगर कोई प्रतिद्वंद्वी खिलाड़ी हमारे किसी एक क्रिकेटर के खिलाफ छींटाकशी करने की कोशिश करता है, तो बाकी बचे 10 खिलाड़ी भी विरोधी टीम के खिलाफ ऐसा ही रूख अख्तियार कर लेते है और इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट में यही हुआ जिसमें मेजबानों को 151 रन की शिकस्त झेलनी पड़ी।
पांचवें दिन के खेल के दौरान मैदान पर गहमागहमी तब शुरू हुई जब मार्क वुड ने जसप्रीत बुमराह के सिर को निशाना बनाते हुए शॉर्ट-पिच गेंद डाली। इसके बार बुमराह की इंग्लैंड के कप्तान जो रूट और जिमी एंडरसन के साथ बहस हुई। यहां तक कि नये गेंदबाज ओली रॉबिन्सन भी भारतीय बल्लेबाजों पर छींटाकशी कर रहे थे।
यही नहीं केएल राहुल जब फील्डिंग कर रहे थे तो उनपर कॉर्क फेंकी गई थी।इस वाक्ये पर भी टीम में काफी गुस्सा था जो अंतिम दिन मैदान पर दिखा।पूर्व सलामी बल्लेबाज वसीम जाफर ने भी ट्वीट कर इस घटना का जिक्र किया।
इंग्लैंड की टीम चौथी पारी में जब बल्लेबाजी के लिए उतरी तो भारतीय खिलाड़ियों ने भी उसी अंदाज में उन्हें जवाब दिया।
इंग्लैंड के सामने जीत के लिये 272 रन का लक्ष्य था लेकिन मोहम्मद सिराज , जसप्रीत बुमराह, इशांत शर्मा और मोहम्मद शमी की धारदार गेंदबाजी के सामने उसकी टीम 120 रन पर आउट हो गयी।
पहली पारी में 129 रन बनाने वाले राहुल मैन ऑफ द मैच रहे। उन्होंने मैच के बाद कहा, यह दिखाता है कि टीम इस मुकाबले को कितनी शिद्दत से जीतना चाहती थी। टेस्ट मैच इसी तरह से खेला जाता है। हम एक टीम के रूप में पलटवार करने के मामले में कभी नहीं शर्माते हैं।
उन्होंने कहा, कोई हमारे खिलाड़ी के पास आता (छींटाकशी के लिए) है तो बाकी के 10 लोग भी जोश से भर जाते है। हमारे बीच ऐसा ही माहौल और टीम बॉन्डिंग (आपसी समझ) है। अगर आप हमारे किसी खिलाड़ी के पीछे पड़ेगें तो इसका मतलब है कि आप पूरी टीम के पीछे पड़ रहे हैं।
उन्होंने यह भी साफ किया कि भारत के चारों तेज गेंदबाज इंग्लैंड को उनकी भाषा में ही जवाब देने के लिए तैयार थे।
उन्होंने कहा, गेंदबाज वास्तव में अपने जज्बे को दिखाने और मैच पर पकड़ बनाने के लिए तैयार थे और उन्होंने 60 ओवरों में अपना सब कुछ झोंक दिया। यही देखने के लिए लोग आते हैं और यह केवल यही बताता है कि टीम कितनी शिद्दत से इस तरह जीतना चाहती है।
उन्होंने जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के 89 रन के नौवें विकेट की रिकॉर्ड साझेदारी की सराहना की, जिसने गेंदबाजों के लिए 60 ओवर के अंदर अपना काम करने का मौका दिया।
उन्होंने कहा, बुमराह और शमी के बीच साझेदारी बहुत अच्छी थी और जब उन्होंने इतनी बहादुरी से संघर्ष किया तो गेंदबाज इंग्लैंड को दबाव में लाने का इंतजार कर रहे थे। हमें पता था कि लंच के बाद पारी घोषित कर दी जाएगा।