Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

कोहली और जयंत ने लगाई रिकॉर्डों की झड़ी

हमें फॉलो करें कोहली और जयंत ने लगाई रिकॉर्डों की झड़ी
मुंबई , रविवार, 11 दिसंबर 2016 (14:04 IST)
मुंबई। भारतीय कप्तान विराट कोहली और निचले क्रम के बल्लेबाज जयंत यादव ने इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट क्रिकेट मैच में आज यहां अपनी शतकीय पारियों के दौरान कुछ व्यक्तिगत रिकार्ड बनाने के अलावा भारत की तरफ से आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी भी निभाई।
 
कोहली और जयंत ने आठवें विकेट के लिए 241 रन जोड़े जो भारत के लिए नया रिकॉर्ड है। यह टेस्ट क्रिकेट में केवल आठवां अवसर है जबकि आठवें विकेट के लिए 200 से अधिक रन की साझेदारी निभाई गई।
 
कोहली और जयंत ने मोहम्मद अजहरूद्दीन और टीम के वर्तमान कोच अनिल कुंबले का 20 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। अजहर और कुंबले ने 1996 में कोलकाता में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ आठवें विकेट के लिए 161 रन की साझेदारी की थी।
 
कोहली और जयंत ने भारत और इंग्लैंड के बीच आठवें विकेट के लिये सबसे बड़ी साझेदारी का भी नया रिकार्ड बनाया। इससे पहले यह रिकॉर्ड रे इलिंगवर्थ और पीटर टेलर के नाम पर था जिन्होंने 1971 में मैनचेस्टर में 168 रन जोड़े थे। यही नहीं इन दोनों की साझेदारी इंग्लैंड के खिलाफ किसी भी देश की तरफ से आठवें विकेट के लिए दूसरी सबसे बड़ी भागीदारी है। वे केवल दो रन से रिकॉर्ड की बराबरी करने से चूके गए। ऑस्ट्रेलिया के एमजे हार्टिगन और क्लेम हिल ने 1908 में 243 रन की साझेदारी की थी।
 
भारत की तरफ से इंग्लैंड के खिलाफ इससे पहले आठवें विकेट की साझेदारी का रिकॉर्ड सैयद किरमानी और रवि शास्त्री के नाम पर था जिन्होंने 1981 में नई दिल्ली में 128 रन जोड़े थे।
 
टेस्ट मैचों में आठवें विकेट के लिए सबसे बड़ी साझेदारी का रिकॉर्ड इंग्लैंड के जोनाथन ट्राट और स्टुअर्ट ब्राड के नाम पर है। उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ 2010 में लार्डस में 332 रन की भागीदारी की थी। कोहली और जयंत की साझेदारी आठवें विकेट के लिए ओवरआल भागीदारी में सातवें स्थान पर है।
 
कोहली ने लगातार तीसरी श्रृंखला में दोहरा शतक लगाया। वह ऑस्ट्रेलिया के महान डान ब्रैडमैन और अपने पूर्व साथी राहुल द्रविड़ के बाद ऐसा कारनामा करने वाले दुनिया के तीसरे बल्लेबाज हैं। कोहली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ जुलाई में नार्थसाउंड में 200 और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ अक्तूबर में इंदौर में 211 रन की पारी खेली थी। कोहली हालांकि एक कैलेंडर वर्ष में लगातार तीन श्रृंखलाओं में दोहरे शतक बनाने वाले दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं।
 
ब्रैडमैन ने 1930-32 तक तीन श्रृंखलाओं में छह दोहरे शतक जड़े थे। द्रविड़ ने 2003-04 में लगातार तीन श्रृंखलाओं में दोहरे शतक लगाए थे। दिल्ली के इस स्टार बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ और भारतीय कप्तान के रूप में सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी खेलने का नया रिकॉर्ड भी बनाया।
 
उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ विनोद कांबली (224 रन, मुंबई 1993) और कप्तान के रूप में महेंद्र सिंह धोनी (224 रन बनाम ऑस्ट्रेलिया, चेन्नई 2013) के रिकॉर्ड तोड़े। कोहली ने इसके साथ ही वर्तमान श्रृंखला में 600 रन भी पूरे किए। यह दूसरा अवसर है जबकि उन्होंने अपने करियर में एक श्रृंखला में 600 से अधिक रन बनाये। इससे पहले उन्होंने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसी की सरजमीं पर चार मैचों की श्रृंखला में 692 रन बनाए थे। कोहली वर्तमान श्रृंखला के चार मैचों में 640 रन बना चुके हैं। कोहली के अलावा भारत की तरफ से सुनील गावस्कर और राहुल द्रविड़ भी दो-दो श्रृंखलाओं में 600 से अधिक रन बनाए जबकि दिलीप सरदेसाई ने एक बार यह कारनामा किया। 
 
इंग्लैंड के खिलाफ एक श्रृंखला में सर्वाधिक रन बनाने का रिकॉर्ड अब कोहली के नाम पर है। उन्होंने द्रविड़ का रिकार्ड तोड़ा जिन्होंने 2002 के इंग्लैंड दौरे में चार मैचों में 602 रन बनाए थे।
 
जयंत ने नौवें नंबर के बल्लेबाज के रूप में भारत की तरफ से सर्वाधिक व्यक्तिगत पारी खेलने का नया रिकॉर्ड भी बनाया। उन्होंने फारूख इंजीनियर का 50 साल से भी पुराना रिकार्ड तोड़ा। इंजीनियर ने 1965 में न्यूजीलैंड के खिलाफ चेन्नई में नौवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरकर 90 रन बनाए थे। जयंत नौवें नंबर के बल्लेबाज के रूप में शतक जड़ने वाले भारत के पहले और दुनिया के 15वें बल्लेबाज बन गए हैं।
 
टेस्ट मैचों में कुल 16 अवसरों में पर नौवें नंबर के बल्लेबाज ने शतक लगाया है। दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान शान पोलाक ने दो बार यह कारनामा किया।
 
इंग्लैंड के आदिल रशीद ने 192 रन देकर चार विकेट लिए। वह इंग्लैंड की तरफ से भारत के खिलाफ एक पारी में सर्वाधिक रन लुटाने वाले गेंदबाज बन गए हैं। जेम्स एंडरसन ने 2007 में ओवल में 182 रन दिए थे। (भाषा) 


Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

भारत-इंग्लैंड मैच का चौथा दिन...