कानपुर: बंगलादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शानदार हरफनमौला प्रदर्शन कर रहे चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के कोच कपिल पांडे ने कहा कि उनका शिष्य एक योद्धा है जो मौका मिलने पर देश के लिये अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन देने के लिये आतुर रहता है।
कुलदीप ने बंगलादेश के खिलाफ पहली पारी में बल्ले से 40 रन का योगदान देकर टीम के स्कोर को 400 के पास पहुंचाने में अहम योगदान दिया, जबकि अपनी धारदार गेंदबाजी से मेजबान टीम के 5 महत्वपूर्ण विकेट झटके।
कुलदीप के कोच कपिल पांडे ने बातचीत में कहा, “कुलदीप एक फाइटर है। वह ऐसा गेंदबाज है जिसकी विकेट की भूख कभी नहीं मिटने वाली है। करीब 18 महीने भारतीय टीम से दूर रहने वाले इस गेंदबाज ने आज दिखा दिया कि उसे जब-जब मौका मिलेगा वह विकेट निकालेगा। टेस्ट मैचों में उसका चार विकेटों का औसत अधिकतर रहा है। उसकी गेंदबाजी में अभी भी काफी धार है।"
कुलदीप ने भले ही भारत के लिये सिर्फ आठ टेस्ट मैच खेले हैं, लेकिन वह अब तक 14 पारियों में 35 विकेट ले चुके हैं। साथ ही उन्होंने 3 बार पांच विकेट भी झटके हैं।
कपिल ने कहा, "कुलदीप को सिडनी (2019) में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक पारी में पांच विकेट लेने के बाद भी टीम में मौका नहीं मिला था, जबकि इससे पहले इंग्लैंड के खिलाफ भी उनका प्रदर्शन शानदार रहा था।"कपिल ने बताया कि भारतीय टीम से दूर रहने के दौरान कुलदीप ने अपने अभ्यास में कोई कमी नहीं आने दी।
कपिल ने कहा, "आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा नहीं बनने से कुलदीप थोड़ा निराश हुए थे मगर मैंने उन्हें सकारात्मक सोच के साथ लगातार अभ्यास की सलाह दी। इसका नतीजा यह हुआ कि दिल्ली कैपिटल्स के लिये खेलते हुए कुलदीप ने कोलकाता के खिलाफ शानदार प्रदर्शन किया और कोलकाता को दिल्ली से दोनों मैचों में हार का सामना करना पड़ा।"
उन्होंने कहा, "कुलदीप ने आईपीएल में 21 विकेट निकाले, हालांकि इसके बाद भी वह टी20 विश्वकप 2022 के लिये टीम में जगह नहीं बना सके। इसको नजरअंदाज करते हुए उन्होंने टेस्ट मैच को ध्यान में रखकर स्थानीय स्तर पर लीग मैच और घरेलू टूर्नामेंट में खुद को व्यस्त रखा। अभ्यास में निरंतरता का फल आज उनकी बल्लेबाजी और गेंदबाजी में फिर से दिख रहा है जिससे टीम प्रबंधन के साथ-साथ लाखों खेल प्रेमी खुश हैं। यही एक खिलाड़ी की जरूरत है।"
कपिल ने कहा, "बल्लेबाजी में भी कुलदीप कभी कमजोर नहीं रहा। वर्ष 2014-15 में कुलदीप उत्तर प्रदेश का सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज रह चुका है जब उसने प्रथम श्रेणी मैचों में 415 रन बनाये थे। टेस्ट में आपको बल्लेबाजी का मौका मिलता है जबकि वनडे और टी-20 में आपके पास समय और ओवर काफी कम होते हैं। उनकी बल्लेबाजी अच्छी है, बस मौका मिलना चाहिये। आज अगर वह अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तो इसके बीच उनका कड़ा अभ्यास है।"
कुलदीप ने कहा, “मैं शुरुआत में थोड़ा घबराया हुआ था मगर पहले ओवर में पहला विकेट झटकने के बाद मेरे आत्मविश्वास में बढ़ोतरी हुई और कुछ ओवरों के बाद मुझे अच्छा लगने लगा। मैं अपनी गेंदबाजी में अच्छा मिश्रण करने में सफल रहा। पिच भी सहायता कर रही थी। मैंने अपने एक्शन के साथ कुछ खास नहीं किया है। अब एक साल हो गया है। बस अपनी लय के साथ थोड़ा बेहतर होने की कोशिश कर रहा हूं, जिससे मुझे अपनी गति और फिरकी में मदद मिली है। मैंने यह कोशिश तब की थी जब मैं कुछ महीने पहले भारत-ए के लिये खेला था। इसलिये विकेट के चारों ओर गेंदबाजी करना अच्छा था।”
भारतीय टीम में अपना स्थान पक्का नहीं करने के सवाल पर कुलदीप ने कहा कि ऐसा कई बार हुआ जब उन्हें अच्छे प्रदर्शन के बावजूद अगले मैच में बैठा दिया गया। इसकी वजह टीम संयोजन अथवा प्रबंधन की उस मैच में जरूरतें हो सकती हैं और इससे उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। आखिरकार हर खिलाड़ी का पहला सपना अपनी टीम को जीतते देखना होता है।
कुलदीप के पांच विकेट से बांग्लादेश 150 रन पर आउट
कप्तान के एल राहुल और युवा शुभमन गिल ने तीसरे क्रिकेट टेस्ट के तीसरे दिन शुक्रवार को लंच तक भारत को दूसरी पारी में बिना किसी नुकसान के 36 रन पर पहुंचाया जबकि कुलदीप यादव ने पांच विकेट लेकर बांग्लादेश को पहली पारी में 150 रन पर समेट दिया।
लंच के समय राहुल 20 और गिल 15 रन बनाकर खेल रहे थे। भारत के पास कुल 290 रन की बढत हो गई है क्योंकि कप्तान राहुल ने फॉलोआन नहीं देने का फैसला किया।पिछले 22 महीने में पहला टेस्ट खेल रहे कुलदीप ने कैरियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 40 रन देकर पांच विकेट लिये। बांग्लादेश की टीम पहली पारी में 55 . 5 ओवर ही खेल सकी।
तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने 13 ओवर में 20 रन देकर तीन विकेट लिये।बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने दूसरे ही ओवर में स्पिनर तैजुल इस्लाम को गेंद सौंपी चूंकि तेज गेंदबाज इबादत हुसैन की कमर में दर्द था । गिल विवादित डीआरएस फैसले पर पगबाधा आउट होने से बचे।इससे पहले कुलदीप ने इबादत (17) को आउट करके अपने कैरियर में तीसरी बार पारी के पांच विकेट लिये।