श्रीलंकाई टीम के लिए मेंडिस की कुशलता अब कम होती हुई दिख रही है। अपनी राष्ट्रीय टीम के लिए 46 टेस्ट मैच खेलने वाले दाएं हाथ के बल्लेबाज कुसल मेंडिस पिच पर अपना खाता खोलने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
पिछली 4 टेस्ट पारियों में कुशल मेंडिस शून्य पर आउट होकर पवैलियन का रास्ता नाप रहे हैं। श्रीलंका जब दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई थी तो पहले टेस्ट की दूसरी पारी से लेकर अब इंग्लैंड से चल रहे पहले टेस्ट तक वह अपना खाता नहीं खोल पाए हैं।
आईसीसी टेस्ट चैंपियनशिप में वह सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। जबसे यह चैंपियनशिप शुरु हुई है तबसे कुल पांच बार मेंडिस 0 पर आउट हो चुके हैं । उनके बाद पाकिस्तान के बल्लेबाज शान मसूद 4 बार, ऑस्ट्रेलिया के गेंदबाज पैट कमिंस 4 बार और वेस्टइंडीज के गेब्रियल 4 बार शून्य के स्कोर पर आउट हो चुके हैं।
यही नहीं पहले 4 नंबर पर बल्लेबाजी करने पर लगातार सबसे ज्यादा शून्य पर आउट होने की फहरिस्त में वह दूसरे स्थान पर हैं। उनसे आगे न्यूजीलैंड के डीके मॉरिसन हैं जो 1990 में टेस्ट की लगातार 5 पारियों में शून्य पर आउट हुए थे।
अगर दूसरी पारी में भी कुसल मेंडिस अपना खाता नहीं खोल पाते हैं तो वह लगातार सर्वाधिक बार शून्य पर आउट होने वाले खिलाड़ियों की बराबरी कर लेंगे। यह खिलाड़ी है भारत के अजीत आगरकर, पाकिस्तान के मोहम्मद आसिफ और ऑस्ट्रेलिया के बॉब हॉलेंड।
मेंडिस ने अपने करियर में कुल 35 की औसत और 55 की स्ट्राइक रेट से 3007 टेस्ट रन बनाए हैं। कई बार उन्होंने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से भारत और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों के सामने लंका की वापसी कराई है। लेकिन फिलहाल उन्हें बस एक रन का इंतजार है जो यह अनचाही कड़ी तोड़ सके। (वेबदुनिया डेस्क)