काबुल। पूर्व भारतीय बल्लेबाज लालचंद राजपूत को अफगानिस्तान की राष्ट्रीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। वे पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक की जगह लेंगे जिन्होंने अप्रैल में इस्तीफा दे दिया था। राजपूत के नाम की सिफारिश बीसीसीआई ने की थी। उन्होंने इस पद के लिए पाकिस्तान के मोहम्मद यूसुफ, दक्षिण अफ्रीका के हर्शल गिब्स और वेस्टइंडीज के कोरी कोलीमोर को पछाड़ा।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष दानिश नसीमुल्लाह ने बयान में कहा कि राजपूत भारत की अंडर 19 क्रिकेट टीम के अलावा आईपीएल में मुंबई इंडियंन्स को भी कोचिंग दे चुके हैं। उनका अनुभव अफगानिस्तान क्रिकेट के लिए काफी महत्वपूर्ण होगा।
उन्होंने कहा कि राजपूत तकनीकी और पेशेवर रूप से क्रिकेट के मजबूत कोच हैं। मुझे यकीन है कि अफगान राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के साथ उनकी मौजूदगी से टीम को फायदा होगा। वे स्कॉटलैंड, आयरलैंड और नीदरलैंड के दौरे के लिए टीम से जुड़ेंगे।
नसीमुल्लाह ने बताया कि एक अन्य पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने भी पद के लिए आवेदन किया था। राजपूत और कैफ दोनों को अंतिम दौर के साक्षात्कार के लिए चुना गया था, लेकिन चयन समिति ने राजपूत को चुना।
खबरों के मुताबिक राजपूत के नाम की सिफारिश बीसीसीआई ने की थी और उन्हें दो साल का अनुबंध मिल सकता है, लेकिन इस पर फैसला आगामी यूरोप दौरे के बाद होगा। मुंबई में जन्में 54 साल के राजपूत ने 1985 से 1987 के बीच भारत की ओर से दो टेस्ट और चार एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैच खेले।
संन्यास के बाद राजपूत मुंबई क्रिकेट संघ के संयुक्त सचिव रहे। वे कोचिंग से भी जुड़े रहे और भारत की अंडर 19 और ए टीमों के साथ कोच के रूप में सफल रहे। राजपूत 2007 में पहला विश्व टी-20 जीतने वाली भारतीय टीम के मैनेजर भी थे। उन्होंने 2008 में इंडियन प्रीमियर लीग में मुबई इंडियन्स के कोच की भूमिका भी निभाई। (भाषा)