नई दिल्ली। अभ्यास मैच के आखिरी दिन शानदार शतक ठोककर फार्म का संकेत देने वाले ल्यूक रोंची और दूसरी ओर खराब फार्म से जूझ रहे लेकिन अनुभवी बल्लेबाल मार्टिन गुप्टिल के बीच भारत के खिलाफ 22 सितंबर से शुरू होने जा रही टेस्ट सीरीज में चयन को लेकर टीम प्रबंधन को खासी मशक्कत करनी होगी।
दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान पर रविवार को ड्रा समाप्त हुए दिन तीन दिवसीय अभ्यास मैच के आखिरी दिन रोंची ने 107 रन की बेमिसाल पारी खेली और बल्ले से सबसे सफल रहे। उन्हें इस मैच में गुप्टिल के साथ ओपनिंग में भेजा गया था। गुप्तिल ने न्यूजीलैंड की पहली पारी में ओपनिंग करते हुए मात्र 15 रन बनाए थे तो दूसरी पारी में वे शून्य पर ही लौट गए जिससे उनकी फार्म को लेकर चिंता पैदा हो गई है।
कानपुर के ग्रीन पार्क में 22 सितंबर से भारत के खिलाफ तीन टेस्टों की सीरीज का पहला मैच शुरू होना है और ऐसे में अनुभवी गुप्टिल और रोंची के बीच ओपनिंग स्थान को लेकर खींचतान हो सकती है। गुप्टिल की टेस्ट में फार्म कुछ खास नहीं रही है और एशिया में उनका टेस्ट औसत 20.68 का है।
रोंची ने मैच के बाद सीरीज में ओपनिंग को लेकर कहा, मुझे केवल दूसरी पारी में ओपनिंग के लिए कहा गया था। इसलिए मैं बस जाकर बड़े शॉट खेलना और इस मौके का फायदा उठाना चाहता था। यदि मुझे ओपनिंग करने को कहा जाता है तो मुझे बहुत खुशी होगी और मैं इसके लिए मना नहीं करूंगा। लेकिन अंत में तो यह माइक हैसन और कप्तान केन विलियम्सन का फैसला होगा।
बल्लेबाज ने कहा मेरा काम खेलना है और मैं टीम के लिए जो सर्वश्रेष्ठ हो वही करना चाहता हूं। मुझे जब भी मौका मिलेगा मैं इसका फायदा उठाऊंगा। मुझे नहीं पता है कि क्या भूमिका मुझे दी जाएगी। यह चयनकर्ताओं पर निर्भर करता है।
कीवी शतकधारी ने कहा, मुझसे जो भी करने को कहा जाएगा, मैं करूंगा। यदि मौका मिलेगा तो अच्छा है। लेकिन यदि मैं नहीं खेल रहा हूं तो नहीं खेल रहा हूं। यदि मैं 11वें नंबर पर भी बल्लेबाजी कर रहा हूं तो भी मैं खुश हूं। मुझे टीम प्रबंधन जिस भी भूमिका में खेलने को कहेगा, मैं उसे मना कतई नहीं करूंगा। (वार्ता)