भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने महाराष्ट्र के बल्लेबाज अंकित बावने पर पिछले साल रणजी ट्रॉफी मैच में मैदानी अंपायर के फैसले के खिलाफ असहमति जताने पर एक मैच का निलंबन लगाया जिसके कारण वह बड़ौदा के खिलाफ नासिक में चल रहे मैच में नहीं खेल पाये।बीसीसीआई ने महाराष्ट्र की टीम को नासिक के गोल्फ क्लब मैदान में इस फैसले की सूचना दी जहां वह ग्रुप ए का रणजी मैच खेल रही है।
यह घटना पिछले साल नवंबर में एमसीए मैदान पर हुई थी जहां अमित शुक्ला की गेंद पर सेना के शुभम रोहिल्ला द्वारा स्लिप में कैच लिए जाने के बाद बावने मैदान पर अपनी क्रीज पर डटे रहे थे।
डीआरएस की अनुपलब्धता के कारण फैसले को चुनौती नहीं दिए जाने के कारण बावने ने करीब 15 मिनट तक मैदान छोड़ने से इनकार कर दिया। मैच रेफरी अमित शर्मा और महाराष्ट्र के कोच सुलक्ष्ण कुलकर्णी के हस्तक्षेप के बाद मैच फिर से शुरू हुआ।
एमसीए ने बृहस्पतिवार को एक विज्ञप्ति में कहा, महाराष्ट्र क्रिकेट संघ आधिकारिक तौर पर सूचित करना चाहता है कि हमारे रणजी ट्रॉफी खिलाड़ी अंकित बावने पर भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) द्वारा एक मैच का प्रतिबंध लगा है और वह इसकी सजा भुगत रहे हैं।
विज्ञप्ति में कहा गया, इससे अंकित बावने बड़ौदा के खिलाफ चल रहे रणजी ट्रॉफी मैच में चयन के लिए उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि हमें यह पुष्टि करते हुए खुशी हो रही है कि वह अगले मैच के लिए उपलब्ध रहेंगे और महाराष्ट्र टीम की सफलता में योगदान देना जारी रखेंगे।
उसने कहा, हम बीसीसीआई के फैसलों का सम्मान करते हैं और क्रिकेट के खेल में अनुशासन और खेल भावना के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आगामी मैच में अंकित की भागीदारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
महाराष्ट्र के कप्तान रुतुराज गायकवाड़ ने उस समय ऑस्ट्रेलिया के भारत ए दौरे पर जाने के दौरान अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर आउट होने की तस्वीरें पोस्ट की थीं जिससे पता चलता है कि बावने आउट नहीं थे और यह फैसला गलत था। (भाषा)