मेलबोर्न। टीम इंडिया के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल ने बुधवार को बॉक्सिंग डे टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ डेब्यू करते हुए जबरदस्त अर्धशतक लगाया। उन्होंने अपनी बल्लेबाजी से सभी का दिल जीत लिया। 76 रनों की पारी के दौरान उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को जमकर सबक सिखाया।
मयंक अग्रवाल ने विजडन को दिए एक साक्षात्कार में कहा था कि वह बल्लेबाजी अभ्यास के दौरान प्रतिदिन 1000 गेंदें खेलते थे। उन्होंने बताया कि मेरे बल्लेबाजी कोच आरएक्स मुरलीधर ने मुझ पर पर खासी मेहनत की है। मयंक ने गेंद पर ध्यान को एकाग्र करने के लिए भारतीय मेडिटेशन पद्धति विपासना की मदद ली। इस तरह की ट्रेनिंग से मयंक अग्रवाल की गेंद पर नजर अच्छी हो गई।
उन्होंने कहा कि वे सिर्फ गेंद खेलते नहीं थे बल्कि विकेट के बीच रन भी भागते थे। कड़े प्रशिक्षण और विपसना की मदद से उनका स्टेमिना और संयम भी बढ़ गया।
मयंक अग्रवाल की तपस्या अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में भी रंग लाई। मयंक अग्रवाल ने डेब्यू पारी में ही शानदार 76 रन बनाए। मयंक 1947 के बाद पहले ऐसे भारतीय क्रिकेटर हैं जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में डेब्यू टेस्ट में अर्द्धशतक जमाया है।
मयंक ने पिछले रणजी सीजन में 13 पारियों में 105.45 की औसत से 1160 रन बनाए थे। इसमें एक तिहरे शतक समेत 5 शतक और 2 अर्धशतक शामिल थे। विजय हजारे ट्रॉफी 2018 में भी उन्होंने 8 पारियों में 90.37 की औसत और 107.91 की स्ट्राइक रेट से 723 रन बनाए, जिसमें 3 शतक और 4 अर्द्धशतक शामिल थे।