अभी महेंद्र सिंह धोनी के फैंस माही के टीम इंडिया के मेंटर बनने की खुशी मना ही रहे थे कि इस मसले पर विवाद शुरु हो गया है। भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) की शीर्ष परिषद को गुरूवार को पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की टी20 विश्व कप के लिये भारतीय टीम के मार्गदर्शक (मेंटोर) के तौर पर नियुक्ति के खिलाफ एक शिकायत मिली है जिसमें लोढा समिति की सिफारिशों के हितों के टकराव के नियमों का हवाला दिया गया है।
मध्य प्रदेश क्रिकेट संघ के पूर्व आजीवन सदस्य संजीव गुप्ता ने शीर्ष परिषद के सदस्यों को एक पत्र भेजा है कि धोनी की नियुक्ति हितों के टकराव के नियमों का उल्लघंन है जिसमें एक व्यक्ति दो पदों पर काबिज नहीं हो सकता। गुप्ता पहले भी खिलाड़ियों और प्रशासकों के खिलाफ हितों के टकराव की कई शिकायतें दर्ज करा चुके हैं। धोनी इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान भी हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने गोपनीयता की शर्त पर पीटीआई से कहा, हां, गुप्ता ने शीर्ष परिषद के सदस्यों को एक पत्र भेजा है जिसमें सौरव गांगुली और जय शाह शामिल हैं। उन्होंने बीसीसीआई के संविधान की धारा 38 (4) का हवाला दिया है जिसके अनुसार एक व्यक्ति दो अलग अलग पदों पर काम नहीं कर सकता। शीर्ष परिषद को इसके प्रभावों की जांच के लिये अपनी कानूनी टीम से परामर्श की जरूरत होगी।
धोनी एक तरफ टीम के खिलाड़ी हैं और दूसरी ओर राष्ट्रीय टीम के मेंटोर भी होंगे जिससे सवाल उठते हैं और इसके लिये स्पष्टता की जरूरत है।
बीसीसीआई सचिव जय शाह ने बुधवार को टी20 विश्व कप के लिये भारतीय टीम की घोषणा की थी और इसी मौके पर धोनी को इस आईसीसी टूर्नामेंट के लिये टीम का मेंटोर नियुक्त किया गया था।
भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे सफल कप्तानों में शुमार विकेटकीपर बल्लेबाज धोनी की अगुवाई में भारत ने दो विश्व कप खिताब - दक्षिण अफ्रीका में 2007 टी20 विश्व कप और भारत में 2011 वनडे विश्व कप - जीते हैं।
धोनी इस समय अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स के साथ हैं और संयुक्त अरब अमीरात में 19 सितंबर से बहाल होने वाली टी20 लीग की तैयारियों में जुटे हैं।
पिछले साल 15 अगस्त को इंस्टाग्राम पोस्ट पर धोनी के संन्यास की घोषणा ने विश्व क्रिकेट को हैरान कर दिया था और इसके बाद से उन्होंने एक बार भी इसके बारे में बात नहीं की है।
इसका मतलब यह है कि नियम के मुताबिक या तो धोनी चेन्नई के कप्तान बने रह सकते हैं या फिर टीम इंडिया के मेंटर। यह मामला इसलिए भी बड़ा बन जाता है क्योंकि आईपीएल 2021 का बचा हुआ संस्करण सिर्फ 9 दिन दूर है।
जानकारी के लिए राहुल द्रविड़ ने भी भारतीय अंडर-19 और इंडिया-ए का कोच बनने से पहले आईपीएल से अपना नाता तोड़ा था। तो हो सकता है उनके फैंस अब उन्हें क्रिकेट खेलते हुए नहीं देख पाएं क्योंकि संन्यास के बाद चेन्नई की तरफ से ही वह क्रिकेट खेलते थे।
धोनी ने भारत के लिये 90 टेस्ट, 350 वनडे और 98 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में क्रमश: 4876, 10773 और 1617 रन बनाये हैं।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उन्होंने खुद को अपनी निजी प्रतिबद्धताओं तक सीमित रखा है। उनका पूरा ध्यान अपनी आईपीएल की प्रतिबद्धताओं और रांची में अपने घर में आर्गेनिक खेती पर लगा हुआ है।