सिडनी: ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष ऑफ स्पिनर नाथन लियोन ने बुधवार को कहा कि दर्शकों के नस्लीय टिप्पणी करने के मुद्दे को सामने लाकर भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने एक मिसाल कायम की है, जिससे भविष्य में और क्रिकेटरों को हौसला मिलेगा और वे इन हरकतों के खिलाफ साहसी बनेंगे।
लियोन ने कहा कि क्रिकेट का खेल सभी के लिये है और इसमें किसी तरह के नस्लवाद या दुर्व्यवहार की कोई जगह नहीं है। उल्लेखनीय है कि सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर सिराज और जसप्रीत बुमराह को तीसरे टैस्ट मैच के तीसरे और चौथे दिन दर्शकों की नस्लीय टिप्पणियों का सामना करना पड़ा था, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने छह दर्शकों को मैदान से बाहर कर दिया था और इस मामले की जांच की जा रही है।भारतीय टीम ने तीसरे दिन के खेल के बाद इस मामले की आधिकारिक तौर पर शिकायत भी दर्ज कराई थी जबकि आईसीसी ने इस मामले में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से रिपोर्ट मांगी है।
लियोन ने कहा, “खेल में किसी तरह की नस्लीय टिप्पणियों की कोई गुंजाइश नहीं है। लोगों को लगता है कि वे मजाक कर रहे हैं लेकिन इससे लोगों पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। यदि किसी खिलाड़ी को लगता है कि इस संबंध में मैच अधिकारियों से शिकायत करने की जरूरत है तो करनी चाहिये। मौजूदा समय में मैदान पर काफी सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं जो नस्लीय टिप्पणी करने वाले दर्शकों को तुरंत बाहर निकाल सकते हैं।”
ऑफ स्पिनर ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि भविष्य में लोग इस घटना से सीख लेकर केवल क्रिकेट देखने आएंगे और खिलाड़ियों को नस्लीय दुर्व्यवहार को लेकर किसी प्रकार की चिंता नहीं करनी होगी।(वार्ता)