वेस्टइंडीज के बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज Nicolas Pooran निकोलस पूरन ने गयाना में अपनी टीम को भारत के खिलाफ एक तूफानी पारी खेलने पर जीत में एक अहम भूमिका निभाई। 40 गेंदो में उन्होंने 67 रन बनाए जिसमें 6 चौके और 4 छक्के शामिल हैं। अपनी इस पारी के कारण उनको मैन ऑफ द मैच का पुरुस्कार मिला।
153 रनों का पीछा करने उतरी वेस्टइंडीज की टीम पहले ही ओवर में भारतीय कप्तान हार्दिक पांड्या के खिलाफ 2 विकेट खोकर मुश्किल में थी लेकिन उनके दूसरे ओवर की पहली गेंद पर निकोलस पूरन ने छक्का मारा और वहां से पीछे मुड़कर नहीं देखा।
पॉवरप्ले में आए रवि विश्नोई के ओवर में उन्होंने 18 रन बनाए। इस ओवर की बदौलत टीम का स्कोर 6 ओवर में 62 रन हो गया। निकोलस पूरन ने महज 29 गेंदो में हार्दिक पांड्या की ही पहली गेंद पर 1 रन लेकर अपने 50 रन पूरे किए।
मुकेश कुमार को अपना विकेट देने से पहले वह वेस्टइंडीज को जीत की दहलीज पर पहुंचा चुके थे। यह बात अलग है कि वहां से मेजबान ने अपना काम खासा मुश्किल कर लिया था।
भारत के खिलाफ सर्वाधिक टी-20 अंतरराष्ट्रीय रन बनाने का रिकॉर्ड बनाया
पहले टी-20 में भी निकोलस पूरन ने 41 रनों की पारी खेली थी। कल की धमाकेदार पारी के बाद भारत के खिलाफ उनका रिकॉर्ड 17 पारियों में 135 की स्ट्राइक रेट से 524 रन हो गया है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के विश्व विजेता कप्तान ऐरन फिंच ने 18 पारियों में 140 की स्ट्राइक रेट से 500 रन बनाए थे। इसके अलावा निकोलस पूरन ने विरोधी देशों के लिहाज से भी भारत के खिलाफ यह कुल सबसे अच्छा प्रदर्शन है।
अंपायर की आलोचना के लिए पूरन पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना
भारत के खिलाफ दूसरे टी20 अंतरराष्ट्रीय में वेस्टइंडीज की जीत के हीरो विकेटकीपर बल्लेबाज निकोलस पूरन पर सोमवार को यहां मैच के दौरान अंपायरों की सार्वजनिक आलोचना करने के लिए मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।
पूरन का अपराध लेवल एक का था। उन्हें खिलाड़ियों और खिलाड़ियों के सहयोगी स्टाफ की आईसीसी आचार संहिता के नियम 2.7 का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान किसी घटना की सार्वजनिक आलोचना से जुड़ा है।
पूरन ने अपराध स्वीकार कर लिया है और मैच रैफरी रिची रिचर्डसन की फटकार की प्रस्तावित सजा को भी स्वीकार कर लिया जिसके कारण औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
इसके अलावा पूरन के अनुशासन रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक भी जोड़ा गया जिनका पिछले 24 महीने के समय में यह पहला अपराध है।
पारी के चौथे ओवर में पगबाधा के फैसले के रिव्यू के बाद यह घटना हुई। पूरन ने अंपायरों की आलोचना की क्योंकि उन्होंने फैसले के लिए खिलाड़ियों के रिव्यू का इस्तेमाल किया जबकि उन्हें लगता था कि बल्लेबाज साफ नॉट आउट है।
मैदानी अंपायरों लेस्ली रीफर और नाइजेल डुगुइड, तीसरे अंपायर ग्रेगरी ब्रेथवेट और चौथे अंपायर पैट्रिक गस्टार्ड ने आरोप लगाए।
लेवल एक के अपराध की न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार और अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना तथा एक या दो डिमेरिट अंक है।
भारत के 153 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए वेस्टइंडीज ने पूरन की 40 गेंद में 67 रन की पारी की बदौलत सात गेंद शेष रहते जीत दर्ज की और पांच मैच की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बनाई।