अंपायर नितिन मेनन ने विराट कोहली की पगबाधा अपील पर उंगली उठा दी। 44 रनों पर खेल रहे विराट कोहली अपने फॉर्म में आऩे का इंतजार कर ही रहे थे कि मैदानी अंपायर ने उनको आउट करार दिया। हालांकि विराट कोहली ने इस निर्णय पर रिव्यू लिया लेकिन यह रिव्यू उनको बचाने के लिए काफी नहीं था।
रीप्ले में यह साफ देखा गया कि गेंद बल्ले और पैड पर एक ही वक्त लग रही है। लेकिन तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर का निर्णय नहीं बदला। इस निर्णय के कारण स्पिनर कुह्नेमन को उनके टेस्ट करियर का पहला विकेट मिला।
क्या कहता है नियम
कोहली का बल्ला उनके पेड के पास था लेकिन उसके बाद भी मैदानी अंपायर ने उन्हें एलबीडबल्यू आउट दे दिया। उन्होंने रिव्यु भी लिया लेकिन वो रिव्यु भी उनकी कोई मदद नहीं कर पाया। अंपायर को लगा कि गेंद पहले बल्ले से लगी इसलिए उन्हें अंपायर कॉल पर आउट करार दिया गया। एमसीसी कानून 36 कहता है कि अगर गेंद एक साथ बल्ले और पैड से टकराती है, तो वह आउट नहीं होता है।
2021 में ऐसे ही हुए थे विराट कोहली पगबाधा
उस वक्त विराट कोहली बहुत लंबे समय बाद घरेलू मैदान पर बल्लेबाजी करने उतरे थे। लेकिन उनकी टेस्ट क्रिकेट में यह वापसी सिर्फ 4 गेंदो तक रही। स्पिनर ऐजाज पटेल की एक अंदर आती हुई गेंद पर मैदानी अंपायर ने पगबाधा की अपील पर उंगली उठा दी थी ।
अंपायर के उंगली उठने के बाद विराट कोहली ने तुरंत रिव्यू ले लिया था। हालांकि मैदानी अंपायर की गलती तीसरा अंपायर विरेंद्र शर्मा भी नहीं सुधार पाए थे और कुछ क्लिप्स देखने के बाद उन्होंने विराट कोहली को आउट करार दे दिया था।
जबकि रीप्ले में यह साफ नजर आ रहा था कि गेंद ने विराट कोहली का बल्ला पहले छुआ है और फिर गेंद पै़ड पर गई थी। लेकिन रीप्ले में साफ देखने के बाद भी तीसरे अंपायर ने मैदानी अंपायर को अपना निर्णय बदलने के निर्देश नहीं दिए थे।
ट्विटर पर ट्रोल हुए नितिन मेनन
नितिन मेनन गलत निर्णय देने के लिए बदनाम है। ऐसे में ट्विटर पर उनको ट्रोल होना ही था। इस बार उन्होंने भारतीय जमीन पर ही विराट कोहली को गलत तरीके से आउट कर दिया तो फैंस उनसे खासे नाराज दिखे।