ब्रिस्बेन। ऑस्ट्रेलिया ने सोमवार को यहां पाकिस्तान को विश्व रिकॉर्ड से बनाने से रोका और बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंचे पहले टेस्ट क्रिकेट मैच में केवल 39 रन से जीत दर्ज करके 3 मैचों की श्रृंखला में शुरुआती बढ़त हासिल करने के साथ ही ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर 28 वर्षों से चला आ रहा अपना अजेय अभियान भी बरकरार रखा।
पाकिस्तान के सामने जीत के लिए 490 रन का रिकॉर्ड लक्ष्य था लेकिन असद शफीक की 137 रन की साहसिक पारी और निचले क्रम के बल्लेबाजों के उपयोगी योगदान के बावजूद उसकी टीम खेल के 5वें और अंतिम दिन सोमवार को यहां 450 रन पर बनाकर आउट हो गई।
ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ ने यासिर शाह (33) को रन आउट करके पाकिस्तान के साहसिक प्रयास को विश्व रिकॉर्ड में नहीं बदलने दिया। स्मिथ ने बाद में स्वीकार किया कि पाकिस्तान जिस तरह से लक्ष्य की तरफ बढ़ रहा था उससे वे काफी तनाव में आ गए थे।
स्मिथ ने कहा कि मुझे लगा कि मैं अपनी अंगुलियों के सारे नाखून चबा जाऊंगा। एक बेहतरीन क्रिकेट मैच! जिस तरह से उन्होंने बल्लेबाजी की इससे काफी श्रेय उन्हें जाता है, लेकिन हमारे गेंदबाजों ने भी हार नहीं मानी।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के नाम पर है। उसने 2003 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही एंटीगा में 418 रनों का लक्ष्य हासिल किया था और शफीक की पारी से पाकिस्तान इस रिकॉर्ड को तोड़ने की स्थिति में दिख रहा था लेकिन वे यासिर के रन आउट होने कुछ देर पहले आउट हो गए। शफीक की जबर्दस्त पारी का अंत मिशेल स्टार्क ने किया। उनकी कंधे की ऊंचाई तक गई गेंद बल्ले से लगकर हवा में लहरा गई और डेविड वॉर्नर ने गली में उसे कैच में बदल दिया।
शफीक को हालांकि उनकी इस पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' चुना गया। उन्होंने 336 मिनट क्रीज पर बिताए तथा 207 गेंदों का सामना करके 13 चौके और 1 छक्का लगाया। जब तक वे क्रीज पर थे तब तक पाकिस्तान की जीत की उम्मीद बनी हुई थी। शफीक ने कहा कि हम पूरे जोश में थे। हम यहां जीतने के लिए खेल रहे थे और हमारा लक्ष्य जीत दर्ज करना था।
पाकिस्तान ने चौथी पारी में अपना सर्वोच्च स्कोर भी बनाया। इससे पहले का उसका रिकॉर्ड 3 विकेट पर 382 रन था, जो उसने पिछले साल श्रीलंका के खिलाफ पल्लीकल में बनाया था। पाकिस्तानी कप्तान मिसबाह उल हक ने कहा कि मैं बहुत खुश हूं, क्योंकि पहली पारी के बाद लग रहा था कि हमारे लिए इस मैच में वापसी करना बहुत मुश्किल है। लेकिन जिस तरह से पूरी टीम ने प्रदर्शन किया, बल्लेबाजों ने जज्बा दिखाया वह शानदार है। हमारे निचले क्रम के बल्लेबाजों ने भी विशेष पारियां खेलीं।
इस दिन-रात्रि टेस्ट मैच में जीत से ऑस्ट्रेलिया ने गाबा में अपने अजेय अभियान को 28 टेस्ट तक पहुंचा दिया है। उसे यहां आखिरी हार 1988 में मिली थी। यह ऑस्ट्रेलिया की श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के हाथों श्रृंखला में हार के बाद लगातार दूसरी टेस्ट जीत है। ऑस्ट्रेलिया ने अब पिछले 12 महीनों के दौरान घरेलू सरजमीं पर गुलाबी गेंद से खेले गए तीनों मैच जीते हैं।
पाकिस्तान की ऑस्ट्रेलियाई सरजमीं पर यह लगातार 10वीं हार है। उसने ऑस्ट्रेलिया में अपना आखिरी टेस्ट मैच दिसंबर 1995 में सिडनी में जीता था। लेकिन स्टार्क की खूबसूरत गेंद आखिर में पाकिस्तान का दिल तोड़ गई। उसे पहली पारी में लचर बल्लेबाजी का खामियाजा भुगतना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के 429 रनों के जवाब में पाकिस्तान पहली पारी में केवल 142 रन पर आउट हो गया था।
ऑस्ट्रेलिया ने उसे फालोऑन नहीं दिया और अपनी दूसरी पारी 5 विकेट पर 202 रन बनाकर समाप्त घोषित की थी। इन दोनों टीमों के बीच दूसरा टेस्ट मैच 26 दिसंबर से मेलबोर्न में खेला जाएगा। (भाषा)