सिडनी। मैदान में सिर पर बाउंसर लगने से हुई ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज फिलीप ह्युज की मौत ने दुनियाभर में खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर बहुत सुर्खियां बटोरीं लेकिन न्यू साउथ वेल्स कोरोनर्स अदालत ने शुक्रवार को अपने फैसले में इसे महज दुखद दुर्घटना करार दिया।
अदालत ने मामले पर सुनवाई के बाद कहा कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर के साथ हुई यह घटना सुरक्षा उपकरणों में किसी तरह की चूक या खेल के नियमों का पालन नहीं करने के कारण नहीं हुई बल्कि यह मैदान पर मात्र एक दुर्घटना थी। 25 नवंबर 2014 को सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर घरेलू मैच के दौरान साउथ ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी ह्यूज की गर्दन के पिछले हिस्से पर बाउंसर लगा था जिसके 2 दिन बाद उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया था।
इस घटना की समीक्षा और घटना के टाले जाने की संभावना को लेकर जांच करने वाले अधिकारी माइकल बार्नेस ने कहा कि उन्हें ऐसे कोई सबूत नहीं मिले जिससे यह कहा जा सके कि ह्युज बहुत असुरक्षित माहौल में खेल रहे थे, जैसा कि उनके परिजनों ने दावा किया था। उन्होंने कहा कि ह्युज के परिवार ने अपना एक सबसे प्यारा सदस्य खो दिया है इसलिए उन्हें ऐसा विश्वास हुआ कि वे असुरक्षित माहौल में खेल रहे थे।
उन्होंने कहा कि मैं उम्मीद करता हूं कि ह्युज का परिवार उन सबूतों को स्वीकार करे जिसके अनुसार खेल के दौरान सभी नियमों का पालन हुआ था। वे मैदान पर हमेशा की तरह अच्छा कर रहे थे लेकिन उनकी मौत मात्र एक दुखद दुर्घटना ही है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर की मौत के बाद उनके हेलमेट को लेकर कई सवाल खड़े हुए थे लेकिन एनएसडब्ल्यू अधिकारी ने माना कि सुरक्षा उपकरण के बावजूद ह्युज के साथ वह हादसा टालन मुश्किल था।
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड ने इस हादसे से सबक लेते हुए मई में सभी बल्लेबाजों के लिए हेलमेट पहनना अनिवार्य कर दिया था। बार्नेस ने यह भी माना कि मैच में ह्युज को शॉर्ट पिच गेंदों का सामना करना पड़ा था लेकिन वह सब नियमों के अंदर था।
अदालत ने कहा कि हम इस पर कोई फैसला नहीं कर सकते कि ह्युज को मैच में स्लेजिंग का सामना करना पड़ा था लेकिन हमारा मानना है कि इतने खूबसूरत खेल में स्लेजिंग की जरूरत नहीं है। (वार्ता)