Tejashwi Yadav on ICC Champions Trophy : 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) और भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) में मामला गर्माता नजर आ रहा है। भारत ने अपनी टीम को पाकिस्तान भेजने के लिए साफ़ मना कर दिया है, वहीं पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के सामने हाइब्रिड मॉडल (Hybrid Model) का प्रस्ताव रखा है जिसके तहत भारत के मैच यूएई और फाइनल दुबई में खेला जा सकेगा लेकिन पाकिस्तान अपनी जिद्द पर अड़ा हुआ है, उसे टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही कराना है।
इसी बीच आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव का एक बेहद हैरान करने वाला बयान सामने आया है, उनके अनुसार सरकार को भारतीय टीम को पाकिस्तान भेजना चाहिए, साथ ही उन्होंने भारतीय सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नरेंद्र मोदी बिरयानी खाने जाए तो अच्छी बात है, फिर भारतीय टीम खेलने जाए तो अच्छी बात क्यों नहीं है?
आपको बता दें, राजनीती में आने से पहले तेजस्वी यादव क्रिकेट खेला करते थे।
ANI अनुसार तेजस्वी यादव ने कहा, "राजनीति को खेलों से जोड़ना अच्छी बात नहीं है. क्या ओलंपिक्स में हर कोई भाग नहीं लेता? फिर भारतीय टीम पाकिस्तान क्यों ना जाए? अगर प्रधानमंत्री मोदी वहां बिरयानी खाने जाएं तो वहां जाना अच्छा है, लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम का वहां जाना अच्छा क्यों नहीं है?"
आपको बता दें 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पाकिस्तान का दौरा किया था बस उसी को लेकर तेजस्वी यादव यहां बिरयानी की बात कर रहे हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष मोहसिन नकवी (Mohsin Naqvi) ने भारतीय टीम के पाकिस्तान यात्रा करने से इनकार करने का हवाला देते हुए कहा कि भविष्य में टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान के भारत जाने की संभावना नहीं होगी।
नकवी ने गद्दाफी स्टेडियम में निर्माण कार्य का निरीक्षण करने के बाद कहा, यह संभव ही नहीं है कि पाकिस्तान भारत में जाकर सभी टूर्नामेंट खेलता रहे और भारतीय अधिकारी अपनी टीम पाकिस्तान में खेलने के लिए भेजने को तैयार नहीं हों। हम ऐसी विषम स्थिति नहीं होने दे सकते।
नकवी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल के बारे में पूछे जाने पर हालांकि नरम रवैया अपनाया। उन्होंने इससे पहले उन्होंने कहा था कि पीसीबी इस तरह के प्रस्ताव को स्वीकार नहीं करेगा।
साल 2008 में मुंबई आतंकी हमलों के बाद से ही भारतीय टीम क्रिकेट खेलने पाकिस्तान नहीं गई है। वहीं दोनों देशों के बीच 2012-2013 के बाद से कोई द्विपक्षीय सीरीज (Bilateral Series) भी नहीं खेली गई, दोनों देश सिर्फ ICC टूर्नामेंट और एशिया कप में आमने-सामने आते हैं, आपको बता दें 2023 में एशिया कप के लिए हाइब्रिड मॉडल ही अपनाया गया था।