Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia
Advertiesment

राशिद खान , नबी, मुजीब का टी-20 रैंकिंग में जलवा बरकरार

हमें फॉलो करें राशिद खान , नबी, मुजीब का टी-20 रैंकिंग में जलवा बरकरार
, शुक्रवार, 8 जून 2018 (20:25 IST)
दुबई। अफगानिस्तान के स्पिनरों राशिद खान, मोहम्मद नबी और मुजीब उर रहमान का बांग्लादेश के खिलाफ 3-0 की शानदार सीरीज जीत के बाद आईसीसी की ट्वंटी-20 रैंकिंग में जलवा बरकरार है।
 
 
रैंकिंग में भारतीय खिलाड़ियों में लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल अपने तीसरे नंबर पर बरकरार हैं जबकि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह 1 स्थान उठकर 10वें नंबर पर और शीर्ष 20 में शामिल तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार भी 1 स्थान उठकर 19वें नंबर पर आ गए हैं। बल्लेबाजों में भारत के विराट कोहली 8वें, लोकेश राहुल 12वें, रोहित शर्मा 13वें और शिखर धवन 17वें नंबर पर बरकरार हैं।
 
देहरादून में गुरुवार को संपन्न हुई रोमांचक सीरीज में अफगानिस्तान ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश को 3 मैचों की सीरीज में 3-0 से पराजित कर ऐतिहासिक जीत दर्ज की। सीरीज में स्टार स्पिनर 19 साल के राशिद 8 विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे। उन्हें इस प्रदर्शन की बदौलत 54 रेटिंग अंक मिले और वे ट्वंटी-20 अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजी रैंकिंग में कुल 813 अंक लेकर अपने शीर्ष पायदान पर बरकरार हैं।
 
आईपीएल में भी सनराइजर्स हैदराबाद के सबसे सफल खिलाड़ी रहे राशिद के रैंकिंग में दूसरे स्थान पर मौजूद पाकिस्तान के शादाब खान से 80 अंक अधिक हैं जिनके कुल 733 अंक हैं। वर्ष 2017 में आईसीसी के एसोसिएट प्लेयर ऑफ द ईयर बने राशिद ने दूसरे मैच में 12 रन पर 4 विकेट लिए थे।
 
अफगान टीम के ही नबी को रैंकिंग में 11 स्थान की उछाल मिली है और वे करियर की सर्वश्रेष्ठ 8वीं रैंक पर पहुंच गए हैं। अन्य अफगान खिलाड़ी मुजीब ने 62 स्थानों की बड़ी छलांग लगाई और वे अब 51वें पायदान पर पहुंच गए हैं।
 
ताजा जारी रैंकिंग में वेस्टइंडीज और आईसीसी विश्व एकादश के एकमात्र मैच को भी आंका गया है जिसे वैश्विक संस्था की ओर से अंतरराष्ट्रीय मैच का दर्जा दिया गया था। आईसीसी की टी-20 गेंदबाजी रैंकिंग में शीर्ष 9 खिलाड़ियों में 6 लेग स्पिनर हैं। सीरीज में अफगानिस्तान के सर्वश्रेष्ठ स्कोरर रहे शमीउल्लाह शेनवारी को 11 अंकों का फायदा मिला है और वे 44वें पायदान पर आ गए हैं। (वार्ता)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

फुटबॉल में पहली बार 1970 में लगा था पहला 'पेनल्टी शूट'