Virat Kohli - Rohit Sharma : भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) चाहते हैं कि टेस्ट क्रिकेट संघर्ष कर रहे कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज विराट कोहली रणजी ट्रॉफी खेल कर यह साबित कर सकते हैं कि उनमें इस प्रारूप में सफल होने का जज्बा बरकरार है।
रोहित और कोहली ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पांच मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी (BGT) में बुरी तरह से विफल रहे। ऑस्ट्रेलिया ने भारत की लचर बल्लेबाजी का फायदा उठाते हुए इस श्रृंखला को 3-1 से जीता।
भारतीय टीम के श्रृंखला गंवाने के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने घरेलू क्रिकेट के महत्व पर जोर दिया था। भारतीय टीम अपना अगला टेस्ट इस साल जून में खेलेगी लेकिन शास्त्री का भी मानना है कि रोहित और कोहली को रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) खेलना चाहिए।
शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा, उनके खेल में अगर कोई कमी है तो उन्हें वापस जाना चाहिए और घरेलू क्रिकेट खेल कर सुधार करना चाहिए। जब आप इतने लंबे समय तक टेस्ट मैच क्रिकेट खेलते हैं तो दो कारणों से घरेलू क्रिकेट खेलना महत्वपूर्ण है। एक तो आपको वर्तमान पीढ़ी के साथ तालमेल बनाना होता है और दूसरा आप युवा खिलाड़ियों को बेहतर बनाने में योगदान दे सकते हैं।
उन्होंने कहा, स्पिनरों की मददगार पिचों पर भी इस टीम का रिकॉर्ड अच्छा नहीं है। प्रतिद्वंद्वी टीम में अगर अच्छा स्पिनर है तो वह आपको परेशान कर सकता है।
भारतीय टेस्ट टीम के भविष्य के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, टीम में बने रहने के लिए जुनून और जज्बे की जरूरत होती है। एक 36 साल (कोहली) साल है तो दूसरा 38 साल (रोहित) का है, दोनों को पता है कि उनमें खेल को लेकर कितना जुनून है।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान (Ricky Ponting) ने कहा कि कोहली को खराब दौर से उबरने के लिए खेल से विश्राम लेना चाहिए। कोहली ने 2022 में एक महीने का ब्रेक लिया था और इसका उन्हें फायदा हुआ था।
पोंटिंग ने कहा, विराट जरूरत से ज्यादा प्रयास कर रहे हैं। कई बार ऐसा होता है कि जब आप जरूरत से ज्यादा जोर लगाते है तो सफलता कम मिलती है। (भाषा)