लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ( 40 रन पर चार विकेट) और ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ( 35 पर तीन विकेट) की कातिलाना गेंदबाजी की बदौलत न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की झोली में लगभग आ चुका पहला टेस्ट मैच सोमवार को कम रोशनी और आखिरी कीवी जोड़ी के संघर्ष के चलते हार जीत के फैसले के बिना ड्रा समाप्त हो गया।
हालांकि एक दिलचस्प बात इसमें यह रही कि जब मैच के अंतिम पड़ाव पर रविंद्र जड़ेजा और अक्षर पटेल विकेट निकालने के लिए जी तोड़ कोशिश कर रहे थे तो उनके सामने अपना पहला ही टेस्ट खेल रहे रविंद्र और पटेल थे।
दोनों ही भारतीय मूल के खिलाड़ी राचीन रविंद्र और ऐजाज पटेल ने लगभग 10 ओवर की बल्लेबाजी कर न्यूजीलैंड को सीरीज में 0-1 से पीछे होने से बचाया। दिलचस्प बात यह है कि यह चारों ही खिलाड़ी बाएं हाथ से स्पिन गेंदबाजी करते हैं।
इस रोमांचक मैच के बाद यह बात कई सोशल मीडिया हैंडल्स ने कही।
ग्रीनपार्क मैदान पर मैच के अंतिम दिन के पहले सत्र में भारतीय गेंदबाज को कोई सफलता नहीं मिली थी और मैच ड्रा की ओर खिसकता दिख रहा था मगर लंच और चायकाल के बीच मेजबान गेंदबाजों ने तीन अहम विकेट लेकर मैच को रोमांचक स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया जबकि चायकाल के बाद अश्विन और जडेजा ने सूझबूझ भरी गेंदबाजी कर मैच को भारत के पक्ष में पूरी तरह मोड़ दिया मगर पदार्पण टेस्ट खेल रहे रचिन रवीन्द्र 91 गेंदो पर 18 रनो की नाबाद पारी और 11वें नम्बर के बल्लेबाज एजाज पटेल (2 नाबाद, 23 गेंद) का विकेट भारतीय गेंदबाज अंत तक उखाड़ नहीं सके और भारतीय टीम दहलीज पर खड़ी जीत से दूर हो गयी।
भारत की पहली पारी के 345 रन के जवाब में न्यूजीलैंड की पहली पारी 296 रन पर सिमट गयी थी। 49 रन की बढ़त के साथ मेजबान टीम ने अपनी दूसरी पारी में सात विकेट पर 234 रन बनाकर पारी समाप्ति की घोषणा की और मेहमान टीम को जीत के लिये 284 रनो का लक्ष्य दिया था जिसके जवाब में खेल के अंत तक न्यूजीलैंड की टीम ने नौ विकेट पर 165 रन बना लिये थे। दोनो टीमों के बीच श्रृखंला का दूसरा और अंतिम मुकाबला मुबंई में खेला जायेगा।
इससे पहले न्यूजीलैंड ने अपने कल के स्कोर एक विकेट पर चार रन से आगे खेलना शुरू किया और पहले सत्र में बगैर कोई विकेट गंवाये 79 रन बना लिये थे। लंच के बाद पहली गेंद पर भारत को पहली सफलता नाइट वाच मैन विलियम समरवेल (36) के रूप में मिली जो उमेश यादव की गेंद पर लांग लेग पर खड़े शुभमन गिल के हाथों लपके गये। इस बीच सलामी बल्लेबाम टाम लाथम (52) ने मैच की दूसरी पारी में भी अर्धशतक बनाने का गौरव हासिल किया। अपनी अर्धशतकीय पारी में उन्होने 146 गेंद खेलकर तीन चौके लगाये।
हालांकि लंच और चाय के बीच अश्विन ने लाथम और जडेजा ने नये बल्लेबाज रास टेलर (2) को आउट कर मेहमान टीम को दो और झटके दिये। लाथम का विकेट लेकर आश्विन हमवतन ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह के 417 विकेटों से आगे निकल गए। चायकाल में न्यूजीलैंड का स्कोर चार विकेट पर चार विकेट पर 125 रन था।
चायकाल के बाद न्यूजीलैंड ने हेनरी निकल्स (1) काे अक्षर पटेल ने पगबाधा आउट कर भारत को जीत की तरफ एक कदम और ढकेल दिया वहीं एक छोर पर डट कर खड़े कप्तान केन विलियम्स (24) को जडेजा ने अपनी गेंदों से खूब परेशान किया और आखिरकार उन्हे पगबाधा आउट कर मैच को सांस रोकने वाला बना दिया। वहीं बेहद सूझबूझ से गेंदबाजी कर रहे अश्विन ने विकेटकीपर बल्लेबाज टाम ब्लेंडल (2) को क्लीन बोल्ड किया। टाम ब्लेंडल के खाते में यह दो रन 38 गेंद खेलकर आये। बाद में जडेजा ने काइल जेमिसन (5) और टिम साउदी (4) को एलबीडब्लू आउट कर मैच को पूरी तरह भारत की झोली में डाल दिया था।
मैच के अंतिम क्षणों में अंपायरों ने कम से कम छह बार लाइट मीटर से रोशनी की जांच की और यह भारतीय खेमे के साथ साथ प्रशंसकों के लिये भी मैच के ड्राॅ होने की अनहोनी होने का संकेत दे रही थी और आखिरकार कीवी पारी की 98वे ओवर की समाप्ति पर अंपायरों ने खराब रोशनी का हवाला देते हुये विकेट की गिल्लियां बिखेर दी और इसी के साथ भारत की जीत की उम्मीदों का भी तुषारापात हो गया।