नई दिल्ली: भारत के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में प्रभावी पदार्पण करने वाले ऑस्ट्रेलिया के उभरते हुए बाएं हाथ के स्पिनर मैथ्यू कुहनेमैन ने कहा है कि उन्हें स्टार ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा से इस कौशल को लेकर कुछ शानदार गुर सीखने को मिले हैं।कुहनेमैन ने कहा कि जडेजा ने अपना वादा निभाया और रविवार को अहमदाबाद में चौथा और अंतिम टेस्ट ड्रॉ रहने के साथ भारत के श्रृंखला 2-1 से जीतने के बाद 15 मिनट तक प्रत्येक पहलू पर बात की।
फॉक्स क्रिकेट ने कुहनेमैन के हवाले से कहा, संभवत: 15 मिनट तक वह (जडेजा) मुझे कुछ शानदार गुर सिखा रहे थे। हमने हर चीज के बारे में बात की।उन्होंने कहा, उन्होंने अगली बार उपमहाद्वीप में आने के लिए मुझे कुछ अच्छे टिप्स दिए और साथ ही स्वदेश के लिए भी कुछ गुर सिखाए।
क्वीन्सलैंड के इस 26 वर्षीय स्पिनर को लेग स्पिनर मिशेल स्वेपसन के विकल्प के रूप में लाया गया था जो दिल्ली में दूसरे टेस्ट से पूर्व अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट गए थे।स्वेपसन के उपलब्ध होने पर इस अनुभवहीन स्पिनर को अक्सर क्वीन्सलैंड की टीम में जगह बनाने के लिए संघर्ष करना पड़ता है और वह 13 मैच में 34.80 के औसत से 35 विकेट ही ले पाए हैं।
लेकिन उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ एकदिवसीय श्रृंखला में पदार्पण के दौरान प्रभावित किया जिसके बाद उन्हें भारत दौरे के लिए बुलाया गया और कुहनेमैन ने निराश नहीं करते हुए तीन टेस्ट मैच में नौ विकेट लिए।
उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को इंदौर में तीसरा टेस्ट जिताने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए पारी में पहली बार पांच विकेट सहित कुल छह विकेट चटकाए।यह ऑस्ट्रेलिया के अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन थे जिन्होंने अहमदाबाद टेस्ट के बाद कुहनेमैन और जडेजा के बीच बातचीत की व्यवस्था की थी।
कुहनेमैन ने कहा, नाथन लियोन ने इसकी व्यवस्था करने में भी मदद की। वह (जडेजा) टॉड (मर्फी), गेज (लियोन) और मेरे से प्रभावित थे इसलिए उनसे यह जानकर वास्तव में अच्छा लगा।उन्होंने कहा, वह बहुत अच्छे थे और किसी भी समय संपर्क करने के लिए कहा। उन्होंने मुझे इंस्टाग्राम पर एक संदेश भी भेजा तो यह बहुत अच्छा था।(भाषा)