बुरे फॉर्म से जूझ रहे ऋषभ पंत ने आज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शानदार शतक जड़ दिया। इस शतक की बदौलत भारत तीसरे टेस्ट में एक औसत स्थिति में है।
अगर यह कहें कि तीसरे टेस्ट का तीसरा दिन ऋषभ पंत के नाम रहा तो गलत नहीं होगा। पहले सत्र में ऋषभ पंत ने 60 गेंदो में 4 चौके और 1 छक्के की मदद से 51 रन बनाए।
दूसरे सत्र में उन्होंने दक्षिण अफ्रीकी स्पिनर केशव महाराज पर जबरदस्त हमला बोला। एक ओर से विकेट गिर रहे थे तो दूसरी छोर से पंत प्रहार कर रहे थे।
जब ऋषभ पंत अपने शतक से 6 रन दूर थे तब भारत का नौंवा विकेट गिरा। हालांकि ऋषभ पंत अपने चौथे टेस्ट शतक तक पहुंच गए और फैंस की सांस में सांस आई।
यह सिर्फ ऋषभ पंत का दक्षिण अफ्रीका में पहला शतक नहीं है बल्कि किसी भी भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज का दक्षिण अफ्रीका में पहला शतक है।
पंत के प्रहार का अंदाजा इस ही बात से लग जाता है कि आज से पहले दक्षिण अफ्रीका में भारतीय विकेटकीपरों के कुल 3 छक्के थे और ऋषभ पंत ने एक पारी में ही 4 छक्के लगा दिए।
इसके अलावा एशिया के बाहर सर्वाधिक शतक जड़ने में ऋषभ पंत अव्वल हो गए हैं। उनके नाम 3 शतक हैं। साल 2018 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ओवर के मैदान पर 114 रन, इस ही साल सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 159 रन और आज दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 100 नाबाद रन बनाए।
दिलचस्प बात यह है कि तीसरे टेस्ट की दूसरी पारी में जहां पंत ने शानदार शतक लगाया भारतीय टीम के अन्य बल्लेबाज मुश्किल से दहाई के आंकड़े तक जा पाए। सिर्फ कप्तान विराट कोहली ने ही 29 रन बनाए। पंत के अलावा बाकी बल्लेबाज सिर्फ 70 रन बना पाए।इसके अलावा अतिरिक्त रनों की संख्या 28 रन रही।
मुश्किल स्थिति से पंत ने उबारा
पंत ने उस समय क्री पर कदम रखा जब भारत चार विकेट पर 58 रन के स्कोर पर संघर्ष कर रहा था। इसके बाद रन बनाने का पूरा जिम्मा पंत ने उठाया। दूसरे टेस्ट में खराब शॉट खेलने के कारण आलोचकों के निशाने पर रहे पंत ने अच्छी गेंदों को सम्मान दिया लेकिन खराब गेंदों को नहीं बख्शा।
पंत ने इस पारी में लापरवाह नहीं बल्कि बेपरवाह बल्लेबाजी की है। बायें हाथ के स्पिनर केशव महाराज पर तीन छक्के और डुआने ओलिवियर की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका पंत के सकारात्मक खेल का संकेत हैं।
पंत ने दो विकेट जल्दी निकलने के बावजूद अपना नैसर्गिक खेल दिखाया और दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों को पूरी तरह से हावी नहीं होने दिया।
कोहली हालांकि दूसरे सत्र में अपनी एकाग्रता बरकरार नहीं रख पाये और आखिर में ढीला शॉट खेलकर अपना विकेट गंवाया। एनगिडी की गेंद ऑफ स्टंप से काफी बाहर जा रही थी लेकिन कोहली ने उसे ड्राइव करने का प्रयास किया और दूसरी स्लिप में ऐडन मार्कराम ने बहुत अच्छी तरह से उसे कैच में बदला। कोहली ने अपने कल के स्कोर में आज 15 रन जोड़े।
पंत को इसके बाद दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। कोहली के पवेलियन लौटने के बाद रविचंद्रन अश्विन (सात) को जीवनदान मिला लेकिन वह इसका फायदा नहीं उठा पाये और एनगिडी के अगले शिकार बने। शार्दुल ठाकुर (पांच) ने भी निराश किया और एनगिडी की बाहर जाती गेंद पर विकेट के पीछे कैच दिया। उमेश यादव (शून्य) ने यही काम रबाडा की गेंद पर किया।
पंत ने ऐसे में अपने पास अधिक स्ट्राइक रखी और इस बीच उन्हें दो जीवनदान भी मिले। जब मोहम्मद शमी (शून्य) भी आउट हो गये तब पंत ने जेनसन की गेंद पर एक रन लेकर अपना चौथा टेस्ट शतक पूरा किया। वह दक्षिण अफ्रीका में शतक बनाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। उनका सैकड़ा पूरा होने के बाद जसप्रीत बुमराह (दो) आखिरी विकेट के रूप में पवेलियन लौटे।