जब तक दूसरा अभ्यास मैच नहीं खेला गया था तब तक सभी फैंस को लग रहा था कि पहले टेस्ट में विकेट के पीछे खड़े रहने की जिम्मेदारी रिद्धीमान साहा को मिलेगी। लेकिन जैसे ही ऋषभ पंत ने तेज तरार शतक 73 गेंदो पर जड़ा तो अचानक से पासा पलट गया।
महत्वपूर्ण बात यह है कि ऋषभ पंत ने यह शतक गुलाबी गेंद से जड़ा और इस गेंद से ही एडिलेड में भारत ऑस्ट्रेलिया से दिन रात्रि के टेस्ट में खेलने वाला है। ऐसे में निश्चित रूप से पंत ने साहा को चयन की दौड़ में पछाड़ दिया है।
ऋषभ पंत ने दूसरे दिन के आखिरी ओवर में लगातार पांच गेंदों पर 4,4,6,4,4 लगाते हुए अपना शतक मात्र 73 गेंदों में पूरा कर लिया। नाबाद 103 रन में पंत ने नौ चौके और छह छक्के लगाए और विकेटकीपर की जगह के लिए उन्होंने अपना दावा मजबूती से पेश कर दिया था।
पहली पारी में दुर्भाग्यवश पगबाधा आउट दिए जाने के बाद दूसरी पारी में ऋषभ पंत ने शानदार वापसी की। एक साक्षात्कार में पंत ने माना कि उन्होंने धीरे-धीरे आत्मविश्वास हासिल कर लिया। पंत ने यह भी कहा कि इस शतक से उनका आत्मविश्वास काफी बढ़ गया है।
ऑस्ट्रेलिया में पंत ने तोड़ा था धोनी का रिकॉर्ड (2018-19)
आखिरी बार जब ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले थे तो इस युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 159 रन बनाकर विदेशी जमीन पर किसी भारतीय विकेटकीपर का सर्वाधिक स्कोर का रिकॉर्ड तोड़ दिया था। इससे पहले यह रिकॉर्ड धोनी के नाम था। यही नहीं पंत का शतक ऑस्ट्रेलियाई जमीन पर किसी भारतीय विकेटकीपर का पहला शतक है। यह आंकड़ा भी पंत के पक्ष में जा रहा है।(वेबदुनिया डेस्क)