यह पहली बार नहीं है जब विकेटकीपर ऋषभ पंत ने लगभग वनडे जैसा शतक टेस्ट में लगाकर भारत को मुश्किल से निकाला हो। भारत एक समय 98 पर 5 विकेट पर था। लेकिन ऋषभ पंत के इरादे अलग थे।
हनुमा विहारी के आउट होने के बाद क्रीज पर आए ऋषभ पंत ने अपने टेस्ट करियर का पांचवा शतक जड़कर भारत को मुश्किल से निकाला।पांचवे टेस्ट में इंग्लैंड के खिलाफ 89 गेंद में पंत ने 2 रन लेकर अपना आतिशी शतक पूरा किया।इसके अलावा रविंद्र जड़ेजा ने भी अर्धशतक जड़ा।
ऋषभ पंत 111 गेंदो में 146 रनों की जबरदस्त पारी खेल जो रूट का शिकार हुए। भारत ने पांचवे टेस्ट के पहले दिन 332 रनों पर 7 विकेट गंवाकर एक बेहतरीन शुरुआत की।
भारत ने पहले सत्र के मुकाबले दूसरे और तीसरे सत्र में मजबूती पकड़ी । दूसरे सत्र में 23 से अधिक ओवर में 121 रन बने और तीन विकेट गिरे। जब यह सत्र शुरू हुआ था तो भारत संकट में दिख रहा था लेकिन अंत तक आते-आते पंत और जडेजा की खब्बू जोड़ी ने इसे संभाल लिया है।
भारत ने अंतिम सत्र में 164 रन जोड़कर टीम को बेहद मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। इस प्रदर्शन का श्रेय जाता है पंत को जिन्होंने न केवल अपना पांचवां शतक बनाया बल्कि टेस्ट क्रिकेट में दो हजार रन भी पूरे कर लिए। हालांकि वह नाबाद 159 रन के अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर को पार करने से थोड़ा दूर रह गए।
एंडरसन ने वापस भेजा भारतीय सलामी बल्लेबाजों को
भारत ने सुबह के सत्र में बारिश के कारण खेल रुकने तक दो विकेट खोकर 53 रन बना लिए थे भारत के दोनों ओपनरों शुभमन गिल और चेतेश्वर पुजारा को तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने स्लिप में ज़ैक क्रॉली के हाथों कैच कराया। गिल ने 24 गेंदों में चार चौकों की मदद से 17 रन और पुजारा ने 46 गेंदों में दो चौकों के सहारे 13 रन बनाये।
खेल रुकने के समय हनुमा विहारी 46 गेंदों में 14 और विराट कोहली सात गेंदों में एक रन बनाकर क्रीज पर थे। भारत के दोनों बल्लेबाज़ अच्छे टच में दिखने के बाद आउट हो गए। हालांकि एक और बात यह भी है कि दोनों बल्लेबाज़ों को अतिरिक्त उछाल ने चकमा दिया।
एंडरसन की गेंद पर बाहरी किनारा और इंग्लैंड को पहला विकेट। गिल ने इस बार बाहर की बैक ऑफ गुड लेंथ गेंद पर छेड़खानी की और अपना विकेट गंवाया। गेंद ने इस बार अतिरिक्त उछाल भी लिया था, गिल उसे दूर से ही पुश करने की कोशिश में गए। जबरदस्ती का छेड़छाड़ और अपने विकेट से खिलवाड़। भारत ने 27 रन पर अपना पहला विकेट गंवाया।
एंडरसन ने पुजारा को आउट कर अपना दूसरा विकेट लिया। पुजारा ने स्लिप में कैच दे दिया। अतिरिक्त उछाल ने फिर से बल्लेबाज़ को चौंकाया, चौथे स्टंप पर गुडलेंथ गेंद, गिरने के बाद थोड़ी अंदर आई, पुजारा उछाल से चौंक गए, गेंद को जैसे-तैसे रोकने का प्रयास किया लेकिन बाहरी किनारा लगा और इस बार स्लिप के फील्डर ने कोई ग़लती नहीं की। भारत का दूसरा विकेट 46 के स्कोर पर गिरा।
98 रनों पर भारत के हुए 5 विकेट
मैथ्यू पॉट्स ने प्लान बना कर हनुमा विहारी का विकेट निकाला। बैक ऑफ़ लेंथ गेंद फेंकने के बाद फुलर लेंथ की गेंद ऑफ़ स्टंप के बाहर, गिरने के बाद गेंद तेज़ी से अंदर आई, कुछ नहीं कर पाए हनुमा, गेंद पैड पर लगी और अंपायर ने सहर्ष उंगली खड़ी कर दी। हनुमा ने विराट से रिव्यू के बारे में पूछा लेकिन उन्होंने शायद मना कर दिया। हनुमा ने 53 गेंदों के संघर्ष में 20 रन बनाये।
पॉट्स ने फिर विराट कोहली को भी पवेलियन की राह दिखाई। विराट बोल्ड हो गए,काफ़ी दुर्भाग्यपूर्ण तरीक़े से आउट। ऑफ़ स्टंप के बाहर की गेंद, गिरने के बाद बाहर जा रही थी, कोहली ने गेंद को छोड़ने के चक्कर में अपने बल्ले को हवा में लहराने का प्रयास किया लेकिन किनारा लग कर गेंद विकेट में लग गई, पोट्स की ख़ुशी का ठिकाना नहीं था। विराट 19 गेंदों में 11 रन बनाकर आउट हुए।
एंडरसन ने श्रेयस अय्यर को आउट कर अपना तीसरा विकेट लिया। शॉर्ट ऑफ़ लेंथ की गेंद, बिल्कुल प्लान के तहत, शरीर की दिशा में, श्रेयस थोड़ा सा शफ़ल करते हुए लेग साइड में गेंद को खेलना चाहते थे, गेंद ने बल्ले का किनारा लिया और गई कीपर के बाईं तरफ़, कीपर सैम बिलिंग्स ने गोता लगाया और कमाल का कैच लपक लिया। अय्यर ने 11 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 15 रन बनाये।
पांचवां विकेट 98 के स्कोर पर गिरने के बाद पंत और जडेजा ने भारतीय पारी को संभाला और 50 रन की साझेदारी कर डाली। पंत ने जैक लीच के पारी के 37वें ओवर में दो चौके और एक छक्का मारा। पंत ने लीच के के एक और ओवर में चौका मारकर अपना अर्धशतक पूरा किया। उनकी विषम परिस्थितियों में खेली गयी यह एक बेहतरीन पारी थी। चायकाल तक दोनों बल्लेबाज क्रीज पर मजबूती से डटे हुए थे। चायकाल के बाद दोनों बल्लेबाजों ने अपनी पारी को आगे बढ़ाया।
जड़ेजा और पंत के बीच हुई 222 रनों की साझेदारी
इन दोनों खिलाड़ियों के बीच हुई 222 रनों की साझेदारी ने भारतीय टीम को पहले दिन एक बढ़िया स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया है। पंत भले ही सफेद गेंद की क्रिकेट में कुछ ख़ास नहीं कर पा रहे हों लेकिन टेस्ट क्रिकेट में अब वह एक अलग ही पहचान बना चुके हैं। इंग्लैंड के गेंदबाज़ों ने पहले और दूसरे सेशन में तो अच्छी गेंदबाज़ी की लेकिन उसके बाद उनके पास एक बेहतर प्लानिंग की कमी दिखी। साथ ही पंत के आक्रमण ने उनके लाइन लेंथ को बिगाड़ने का भी काम किया।
पंत को आखिर आउट करने में कामयाबी मिली जो रूट को। इस बार ऑफ स्टंप के बाहर की फुल गेंद को जबरदस्ती स्लॉग स्वीप करने गए स्पिन के विरूद्ध, अगर सीधा खेलते तो शायद बोलर के ऊपर जाती गेंद, लेकिन बाहर निकलती गेंद ने बल्ले का बाहरी किनारा लिया और स्लिप में एक आसान सा कैच, लेकिन एक बेहतरीन पारी खेली पंत ने, भारत को संकट से उबारा।