मुंबई। संदीप पाटिल की अगुवाई वाली चयन समिति सोमवार को यहां जब न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली घरेलू टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय क्रिकेट टीम का चयन करने के लिए बैठक करेगी तो पूरी संभावना है कि रोहित शर्मा का टेस्ट मैचों में लचर प्रदर्शन चर्चा का मुख्य विषय रहेगा।
टेस्ट मैचों में रोहित के खराब प्रदर्शन के बावजूद कप्तान विराट कोहली का उन पर भरोसा है जिनका मानना है कि वनडे विशेषज्ञ को टेस्ट प्रारूप में अधिक मौके दिए जाने चाहिए।
एकदिवसीय मैचों में सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर का रिकॉर्ड रखने वाला मुंबई का यह बल्लेबाज टेस्ट क्रिकेट में कभी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाया जबकि उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ 2013 में भारत में लगातार 2 शतक जड़कर अपने टेस्ट करियर की शानदार शुरुआत की थी। उनके पास कई तरह के स्ट्रोक हैं लेकिन वे निरंतर अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे और इसलिए अंतिम एकादश से अंदर-बाहर होते रहे।
वेस्टइंडीज के खिलाफ हाल की श्रृंखला में उन्हें 4 में से 2 मैचों में खेलने का मौका मिला जिनमें से 1 मैच बारिश की भेंट चढ़ गया जबकि ग्रोस आइलेट में तीसरे टेस्ट मैच में उन्होंने 9 और 41 रन बनाए। अब देखना यह है कि चयनकर्ता इस 29 वर्षीय बल्लेबाज पर आगे कितने समय तक भरोसा रखते हैं?
रोहित ने ग्रेटर नोएडा में दुलीप ट्रॉफी फाइनल में पहली पारी में भी अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। उन्होंने शनिवार को 30 रन बनाकर अपना विकेट इनाम में दिया। कई युवा खिलाड़ी जैसे कि श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे और करुण नायर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और ऐसे में चयनकर्ताओं का काम आसान नहीं होगा। (भाषा)