पोर्ट एलिजाबेथ। भारत के उपकप्तान रोहित शर्मा खुश हैं कि उनकी फॉर्म में वापसी टीम की दक्षिण अफ्रीकी सरजमीं पर मिली पहली वनडे सीरीज जीतने के दौरान हुई है। लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि वे पिछली कम स्कोर वाली पारियों से भी परेशान नहीं हैं।
रोहित ने मंगलवार को 5वें वनडे में 115 रनों की विजेता पारी खेली और भारत की 73 रनों की जीत में अहम भूमिका अदा की जिससे टीम ने 6 मैचों की सीरीज में 4-1 की अजेय बढ़त बना ली। श्रृंखला का अंतिम मुकाबला 16 फरवरी को सेंचुरियन में होगा।
उनका यह शतक अहम मोड़ पर आया है, क्योंकि अभी तक उनकी फॉर्म को लेकर काफी सवाल उठ रहे थे। इस खिलाड़ी ने इस 17वें वनडे शतक से दक्षिण अफ्रीका में अपने रिकॉर्ड में भी सुधार किया। इससे पहले दौरे के पहले 4 मुकाबलों में उन्होंने केवल 40 रन बनाए थे।
रोहित ने कहा कि मैं 3 मैचों में आउट हुआ, 3 मैचों के बाद आप कैसे कह सकते हो कि मैं खराब फॉर्म में हूं? आप लोग 1 मैच के बाद ही किसी को अच्छी फॉर्म में कर देते हो और अगर कोई 3 मैचों में अच्छा नहीं कर पाता तो आप कह देते हो कि वो खराब फॉर्म में है।
उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में अपने पिछले खराब रिकॉर्ड का जिक्र करते हुए कहा कि 2013 में यह अलग बात थी। मैं तब मध्यक्रम बल्लेबाज से सलामी बल्लेबाज की भूमिका में आया था। मैं अब जिस तरह से बल्लेबाजी कर रहा हूं, इसमें काफी निखार हुआ है। 2013 से पहले या 2013 में जो कुछ हुआ, उसे भूल जाओ।
रोहित ने कहा कि इस तरह के हालात आते हैं, जब आप अपनी पूरी कोशिश करते हो, लेकिन चीजें आपके हिसाब से नहीं होतीं। इसलिए उस समय अहम यही होता है कि आप रिलेक्स करो और इस बारे में सोचो कि अगले मैच में आपको क्या करने की जरूरत है, क्योंकि हर दिन नया दिन होता है।
उन्होंने साथ ही कहा कि मेरा शतक अब बन गया है, जो बीती बात हो गया है और अब जो मैं अगला मैच खेलूंगा, तो उसमें यह शतक इतना मायने नहीं रखेगा। इसलिए वर्तमान में बने रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है और ड्रेसिंग रूम में हम इसी के बारे में बात करते हैं। (भाषा)