नई दिल्ली। भारत के मुख्य कोच रवि शास्त्री चाहते हैं कि सचिन तेंदुलकर को राष्ट्रीय टीम का सलाहकार बनाया जाए बशर्ते यह हितों के टकराव का मामला न हो।
शास्त्री ने मंगलवार को बीसीसीआई की विशेष समिति के साथ हुई बैठक में तेंदुलकर को सलाहकार की भूमिका दिए जाने की इच्छा जताई। समिति में कार्यवाहक अध्यक्ष सीके खन्ना, सीईओ राहुल जौहरी, कार्यवाहक सचिव अमिताभ चौधरी और प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडुल्जी शामिल थी।
तेंदुलकर क्रिकेट सलाहकार समिति के सदस्य हैं जिसने शास्त्री को कोच चुना। विशेष समिति ने स्पष्ट कर दिया कि भारतीय टीम से जुड़ी कोई भी नियुक्ति हितों के टकराव से परे होनी चाहिए।
समिति के एक सदस्य ने कहा कि रवि ने कुछ समय के लिए सलाहकार के तौर पर सचिन की सेवाएं लेने का सुझाव रखा। समिति ने उन्हें हितों के टकराव के प्रावधान के बारे में बताया। तेंदुलकर यदि सलाहकार बनना स्वीकार करते हैं तो उन्हें आईपीएल से जुड़ी अपनी सारी भूमिकाएं छोड़नी होंगी।
सदस्य ने कहा कि इतने कम समय के लिए अपनी सारी व्यावसायिक प्रतिबद्धताएं छोड़कर टीम से जुड़ने को कहना कुछ ज्यादा मांग करने जैसा है। जहीर खान का भी यही मामला है, जो साल में 25 दिन टीम के साथ रहकर आईपीएल समेत अपनी सारी दूसरी प्रतिबद्धताएं जारी रखना चाहते हैं।
जहीर और राहुल द्रविड़ की भूमिका को लेकर अभी भी अस्पष्टता है। भरत अरुण की गेंदबाजी कोच के रूप में वापसी हुई है जबकि संजय बांगड़ सहायक होच और आर श्रीधर फील्डिंग कोच होंगे। (भाषा)