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Cricket News - सचिन और युवराज फिर भिड़ने वाले हैं मैदान पर, होगी इन रिकॉर्ड होल्डर्स की भी जंग

सचिन और युवराज की टीमे मैत्री मुकाबले में भिड़ेंगी

हमें फॉलो करें Yuvraj Singh and sachin

WD Sports Desk

, शुक्रवार, 12 जनवरी 2024 (12:30 IST)
  • ‘वन वर्ल्ड वन फेमिली कप’ मैत्री मुकाबले में भिड़ेंगे
  • सात देशों के अनेक रिकार्ड होल्डर खिलाड़ी भाग लेंगे
  • कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी स्टेडियम का लोकार्पण करेंगे

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह के नेतृत्व में सात देशों के खिलाड़ी कर्नाटक के चिककबल्लापुर में 18 जनवरी को मुद्देनहल्ली के सत्य साई ग्राम में आयोजित किए जा रहे ‘वन वर्ल्ड वन फेमिली कप’ मैत्री मुकाबले में भिड़ेंगे।

श्री मधुसूदन साई वैश्विक लोकोपकारी सेवा अभियान द्वारा साई कृष्णन क्रिकेट स्टेडियम में आयोजित इस मैत्री-क्रिकेट मुकाबले में भारत रत्न से सम्मानित मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और पद्मश्री से सम्मानित युवराज सिंह के नेतृत्व वाली टीमें मुकाबला करेंगी।

इस अवसर मुख्य अतिथि केंद्रीय संसदीय कार्य तथा कोयला एवं खान मंत्री प्रह्लाद जोशी स्टेडियम का लोकार्पण करेंगे। पाँच पंखुड़ियों के आकार वाले इस खेल-मैदान की चार दर्शक दीर्घाओं की कुल क्षमता 3,500 दर्शकों की है।

इस ‘वन वर्ल्ड वन फेमिली कप’ में सात देशों के अनेक रिकार्ड होल्डर खिलाड़ी हरभजन सिंह, मुथैया मुरलीधरन, इरफान पठान, चमिंडा वास, तेज गेंदबाज आर पी सिंह, बाएँ हाथ के स्पिन गेंदबाज मोंटी पनेसर, डेन्नी मॉरीसन, वेंकटेश प्रसाद आदि खिलाड़ी भाग लेंगे।

भारत के लिए 34 शतक लगाने वाले भूतपूर्व भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी डॉ सुनील गावस्कर आज भी बैटिंग कर रहे हैं, लेकिन एक अलग मैदान में, श्री मधुसूदन साई वैश्विक लोकोपकारी सेवा अभियान के माध्यम से अभावग्रस्तों की सेवा करके, और इसे वे ‘अपने जीवन की तीसरी तथा सर्वश्रेष्ठ पारी’ कहते हैं।

सुनील गावस्कर कहते हैं, “क्रिकेट मात्र एक खेल से अधिक है, यह एक शक्तिशाली मंच है जो जीवन के हर क्षेत्र के लोगों को एकजुट करता है। इन वर्षों के दौरान मैं लोगों को एकजुट करने तथा समाज पर सकारात्मक प्रभाव निर्मित करने की खेलों की अपार शक्ति का प्रत्यक्षदर्शी रहा हूँ। इस अनूठे मैत्री मैच का लक्ष्य, क्रिकेट की लोकप्रियता का लाभ उठाकर अभावग्रस्त मनुष्यों के जीवन में आने वाली गम्भीर समस्याओं की ओर तथा सद्गुरु श्री मधुसूदन साई के द्वारा ‘एक विश्व एक परिवार — वसुधैव कुटुम्बकम्’ की भावना से किए जा रहे महान कार्यों की ओर ध्यानाकर्षित करना है।”(एजेंसी)

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