बर्मिंघम: इंग्लैंड के खिलाफ शनिवार को दूसरे मैच के जरिये पांच महीने बाद टी20 क्रिकेट में वापसी कर रहे भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली पर लंबे खराब फॉर्म से निजात पाने का भारी दबाव होगा।कोहली ने आखिरी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच फरवरी में खेला था। अक्टूबर नवंबर में टी20 विश्व कप में भारत के खराब प्रदर्शन के बाद से वह सिर्फ दो टी20 मैच खेले हैं।
टीम की रोटेशन नीति के तहत कोहली और अन्य सीनियर खिलाड़ियों को समय समय पर आराम दिया जाता है। उनकी जगह दीपक हुड्डा जैसे युवा खिलाड़ियों को मौका दिया गया और उसके फॉर्म को देखते हुए उसे टीम से बाहर कर पाना मुश्किल होगा।
कोहली के क्रम पर बल्लेबाजी कर रहे हुड्डा ने इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला के पहले मैच में 17 गेंद में 33 रन बनाये। अगर उन्हें बरकरार रखा जाता है तो कोहली को कप्तान रोहित शर्मा के साथ पारी का आगाज करना होगा। ऐसे में ईशान किशन को बाहर रहना होगा। कोहली ने टी20 में आखिरी अर्धशतक पारी की शुरूआत करते हुए ही बनाया था।
कोहली को वेस्टइंडीज के खिलाफ पांच टी20 मैचों की श्रृंखला में भी ब्रेक दिया गया है। ऐसे में इंग्लैंड के खिलाफ आगामी दो मैच इस प्रारूप में उनके भविष्य को देखते हुए काफी अहम होंगे ।
कोहली अपने आप को कई बार साबित कर चुके हैं लेकिन युवा खिलाड़ियों के बेखौफ खेल को देखते हुए उन्हें फिर अपने चिर परिचित रंग में लौटना होगा।इंग्लैंड के खिलाफ पहले मैच में रोहित की वापसी हुई है जो कोरोना संक्रमण के कारण टेस्ट मैच नहीं खेल सके थे।
भारतीय खिलाड़ियों ने पहले मैच में पारंपरिक अंदाज में नहीं खेला चूंकि विश्व कप में खराब प्रदर्शन की वजह यह भी थी। पावरप्ले में 66 रन बने और विकेट गिरने के बावजूद भी तेजी से रन बनते रहे । भारत को हालांकि फिनिशिंग पर काम करना होगा।
गिरता हुआ स्ट्राइक रेट चिंता का विषय
कोहली के लिए सबसे बड़ी कमजोरी है उनका गिरता हुआ स्ट्राइक रेट, इस कारण वह इस प्रारुप में ज्यादातर मौकों पर भारतीय टीम पर बोझ साबित हुए हैं। कुछ ऐसे मौकों को छोड़कर जब लगातार विकेट गिर रहे हो, जैसे पाकिस्तान के खिलाफ विश्वकप 2021 के मैच में जब कोहली ने धीमी 57 रनों की पारी खेली थी। लेकिन यह स्थिति हर दिन नहीं रहती।
उन्होंने इस दौरान सिर्फ आईपीएल में टी20 क्रिकेट खेला लेकिन उसमें भी सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर सके।
अंतिम ग्यारह में भी शायद ही मिले मौका
रोहित शर्मा विराट कोहली के बहुत अच्छे दोस्त हैं। लेकिन अगर टीम के संयोजन को देखें तो अभी विराट कोहली को मौका नहीं दिया जा सकता है। इंग्लैंड के खिलाफ पहला टी-20 टीम इंडिया 50 रनों के बड़े अंतर से जीत चुकी है।
सबसे पहले तो जीती हुई टीम को कप्तान बदलना नहीं चाहते और दूसरा तेजी से बल्लेबाजी करने वाले किस बल्लेबाज को ड्रॉप कर विराट को खिलाया जाए यह बड़ी बात है।
हालात तो यह है कि टीम मैनेजमेंट अब स्थायी विकेटकीपर ऋषभपंत को अंतिम ग्यारह में जगह नहीं दे पाने की स्थिति में लग रही है क्योंकि दिनेश कार्तिक तेजी से रन बना रहे हैं। ऐसे में विराट को रोहित शर्मा टीम में शामिल करें भी तो कैसे।
अगले 2 टी-20 में मौका नहीं मिला तो टी-20 विश्वकप में शामिल नहीं होंगे विराट
एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक विराट कोहली के लिए इंग्लैंड दौरे के यह 2 टी-20 उनके इस प्रारुप जिसमें उन्होंने सर्वाधिक रन बनाए हैं,सबसे अहम है। अगर उन्हें जगह नहीं मिलती है तो शायद ही वह इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप में शामिल हो। यह भी संभावना है कि इस बात को जानकर विराट कोहली खुद ब खुद इस प्रारुप से संन्यास ले लें।