नई दिल्ली। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अध्यक्ष शहरयार खान ने आज कहा कि भारत-पाक के बीच प्रस्तावित क्रिकेट श्रृंखला के लिए प्रसारण अधिकार का मुद्दा कोई बाधा नहीं होगा और उन्हें भरोसा है कि दोनों बोर्ड जल्द ही मामले को सुलझा लेंगे।
पीसीबी और बीसीसीआई के बीच प्रसारण अधिकार को लेकर मतभेद उभरने के बाद दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों की बहाली में अवरोध पैदा हो गया है। इसका मूल कारण पीसीबी और टेन स्पोर्ट्स के बीच श्रृंखला दर श्रृंखला प्रसारण का करार है।
ऐसी खबरें है कि बीसीसीआई को पीसीबी-टेन स्पोर्ट्स के बीच करार मंजूर नहीं है और वह नहीं चाहता कि भारत-पाक श्रृंखला का प्रसारण एक संभावित ‘प्रतिद्वंद्वी’ समूह करे।
यह पूछे जाने पर कि क्या इससे प्रस्तावित श्रृंखला बाधित होगी, खान ने कहा, नहीं, मैं साफ कर दूं कि हम अलगे कुछ हफ्तों में मुद्दे ध्यान देंगे और उम्मीद है कि हम इसका कोई हल निकाल लेंगे। दोनों देशों के क्रिकेट संबंधों को बहाल करने के प्रस्ताव को नेताओं के विरोध का भी सामना करना पड़ रहा है। कल बिहार के आरा जिले के भाजपा सांसद एवं पूर्व गृह सचिव आरके सिंह ने लोकसभा में शून्यकाल के दौरान यह मुद्दा उठाया था।
खान ने कहा, इसका (बाधा) भारत सरकार से लेना-देना नहीं है। यह बीसीसीआई और प्रसारकों से संबंधित है। हम संयुक्त रूप से इससे पार पाने की कोशिश करेंगे और मुझे उम्मीद है कि हम ऐसा कर सकते हैं। प्रस्तावित संपूर्ण श्रृंखला के तहत यूएई में तीन टेस्ट, पांच वनडे और दो टी20 मैच खेलने की योजना है। यह श्रृंखला दोनों बोर्ड द्वारा पिछले साल हस्ताक्षर किए गए समझौता ज्ञापन का हिस्सा है।
पीसीबी अध्यक्ष ने समझौता ज्ञापन को लेकर कहा, भारत मैचों के लिए यूएई आने में हिचकता था लेकिन जब से यूएई में उनका आईपीएल हुआ है, मुझे लगता है कि उनकी आपत्ति हट गई। उन्होंने कहा, इसलिए समझौता ज्ञापन साफ तौर पर कहता है कि पहली श्रृंखला की मेजबानी पाकिस्तान यूएई में करेगा और बीसीसीआई उस पर सहमत है।
इस समय भारत के दौरे पर आए खान ने बीसीसीआई के अध्यक्ष जगमोहन डालमिया, केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली और बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर से पिछले कुछ दिनों में मुलाकात की है। उन्होंने कहा, मैंने जगमोहन डालमिया से कोलकाता में मुलाकात की, कल मैं अरुण जेटली से मिला, आज अनुराग ठाकुर से मिला। तीनों से मिलने के बाद मुझे लगता है कि हम सही दिशा में हैं और उम्मीद है कि भारत सरकार भी अपनी मंजूरी दे देगी।
भारत ने राजनीतिक कारणों से 2007 के बाद से खासकर 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से पाकिस्तान के साथ कोई भी पूर्ण द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली है। 2008 के मुंबई आतंकी हमलों के बाद से क्रिकेट संबंधों को निलंबित कर दिया गया था। दोनों देशों ने दिसंबर 2012 में भारत में तीन वनडे और दो टी20 मैचों की लघु श्रृंखला खेली थी लेकिन इससे इतर दोनों केवल आईसीसी की प्रतियोगिताओं में या एशिया कप में ही आपस में भिड़े। (भाषा)