बेंगलुरु। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु की ओर से खेलने वाले ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर शेन वॉटसन का मानना है कि यदि वे पहले से योग करते तो अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान चोटों से बच सकते थे।
वॉटसन ने कई तरह के उपाय किए लेकिन अब उन्हें लगता है कि यदि उन्होंने योग किया होता तो उनका अंतरराष्ट्रीय करियर चोटों से बुरी तरह प्रभावित नहीं होता।
वॉटसन का 14 वर्ष का अंतरराष्ट्रीय करियर चोटों से बुरी तरह प्रभावित रहा और इस दौरान वे ऑस्ट्रेलिया की तरफ से कम मैच खेल सके। वॉटसन ने मार्च 2002 में अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत की थी।
34 वर्षीय वॉटसन ने कहा कि योग से मेरे करियर के अंत में काफी फर्क पड़ा। इसके तहत सांस लेने की कला, व्यायाम और ध्यान से मुझे फिट बने रहने में काफी मदद मिली।
मेरे समान चोटों से जूझ रहे खिलाड़ी को फिट बने रहने के लिए दो चीजें करनी चाहिए। उसे ध्यान करना चाहिए, व्यस्त कार्यक्रम में से शरीर और दिमाग के लिए कुछ समय निकालकर शांत रहना चाहिए। इससे भी महत्वपूर्ण बात योग है।
उन्होंने कहा कि मैंने योग करना शुरू किया और मेरा जीवन बदल गया। मैं ट्रेनिंग के पहले सिर्फ आधे घंटे योग करता हूं और यह बहुत आसान होता है लेकिन इसके परिणाम जबर्दस्त रहे हैं। मैं निश्चित तौर पर कह सकता हूं कि यदि मैंने पहले से योग करना शुरू किया होता तो मेरा करियर चोटों से इतना ज्यादा प्रभावित नहीं होता। (वार्ता)