नई दिल्ली। पुलवामा हमले के बाद से देश में जहां भारतीय टीम के विश्व कप में पाकिस्तान के साथ मुकाबला नहीं खेलने की मांग जोरों से उठ रही है। इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया है कि मैच नहीं खेलना आत्मसमर्पण करने से भी बुरा होगा।
थरूर ने कहा कि 1999 के कारगिल युद्ध के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट विश्व कप में मैच खेला था और उसे जीता थी था। इस वर्ष इस साल मैच नहीं खेलने से हमें सिर्फ दो अंकों का नुकसान नहीं होगा। यह एक आत्मसमर्पण से भी बुरा होगा, क्योंकि यह एक लड़ाई के बिना हार होगी।
पूर्व दिग्गज खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने कहा है कि भारत को विश्व कप में पाकिस्तान के साथ मैच खेलना चाहिए और उसे हराकर विश्व कप से बाहर कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत भले ही पाकिस्तान को विश्व कप से बाहर करने की कोशिश कर ले लेकिन ऐसा होना संभव नहीं है।
इंग्लैंड में 30 मई से 14 जुलाई तक आईसीसी विश्व कप क्रिकेट का आयोजन होना है। हाल ही में पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी और उत्तर प्रदेश सरकार के खेल मंत्री चेतन चौहान ने कहा कि यदि पाकिस्तान विश्व कप में नहीं खेलता है तो इसका ज्यादा असर टूर्नामेंट पर नहीं होगा, लेकिन यदि भारत विश्व कप नहीं खेलता है तो आईसीसी को बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान उठाना पड़ सकता है क्योंकि विश्व कप के 70 प्रतिशत से ज्यादा प्रायोजक भारतीय मूल के हैं।
चौहान ने कहा कि पुलवामा अटैक के बाद पूरा देश सदमे में है। सभी जानते हैं कि पाकिस्तान में ही आतंकवाद पनप रहा है, लिहाजा भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड आईसीसी पर यह दबाव डाले कि वह दुनिया के क्रिकेट हित में पाकिस्तान को सबक सिखाते हुए उसे विश्व कप से बाहर करे।
इसके बाद कई क्रिकेट खिलाड़ियों और क्रिकेट प्रेमियों ने पाकिस्तान को क्रिकेट वर्ल्ड कप से बाहर करने की मुहिम को अपना समर्थन दिया और ऐसा नहीं होने की स्थिति में पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिेष्कार करने को कहा।
उल्लेखनीय है कि पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 जवान शहीद हुए थे। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद ने ली थी। हमले के बाद से ही भारत पाकस्तान को अलग थलग करने का प्रयास कर रहा है।