कानपुर:श्रेयस अय्यर न तो अतीत में झांकना चाहते हैं और ना ही भविष्य के बारे में सोचना चाहते हैं। वह केवल वर्तमान पलों में जीना चाहते हैं जैसा कि उन्हें भारतीय टेस्ट कैप प्रदान करते समय दिग्गज सुनील गावस्कर ने सलाह दी थी।
अपने पदार्पण टेस्ट मैच में शतक जड़ने वाले 16वें भारतीय क्रिकेटर बने अय्यर जानते हैं कि अगले मैच में कप्तान विराट कोहली की टीम में वापसी होने पर मध्यक्रम में कुछ बदलाव होंगे।
गावस्कर से टेस्ट कैप हासिल करना अय्यर के लिये परीकथा जैसा था और शतक जड़ना उसे अगले स्तर तक पहुंचाना। वह अभी इस अहसास का लुत्फ उठाना चाहते हैं।उन्होंने कहा, सुनील सर से कैप हासिल करना परीकथा जैसा था। मैं यह सोच रहा था कि राहुल सर मुझे कैप सौंपेंगे। दोनों ही इस खेल के दिग्गज हैं और दोनों में से कोई भी कैप प्रदान करता मुझे खुशी होती।
अय्यर ने कहा, यह बहुत अच्छा अहसास था और जिस तरह से चीजें आगे बढ़ी उससे मैं खुश था लेकिन मैं जिस तरह से आउट हुआ उससे मैं संतुष्ट नहीं हूं।गावस्कर ने भले ही उनसे कहा था कि वह न तो आगे के बारे में सोचें न अतीत पर ध्यान दें लेकिन अय्यर टेस्ट पदार्पण पर शतक बनाने को लेकर इतना सोचने लगे कि उन्हें रात भर नींद नहीं आयी।
अय्यर ने कहा, जिस तरह से पहले दिन से सब कुछ अच्छा रहा उससे मैं वास्तव में खुश था। कल रात मैं अच्छी नींद नहीं ले पाया। विशेषकर जब आप रात भर बल्लेबाजी के बारे में सोच रहे हों। मुझे लगा कि मैंने कल वास्तव में अच्छी बल्लेबाजी की थी, लेकिन आज भी फिर से ध्यान केंद्रित करना था।
टीम के संदर्भ में अय्यर ने स्वीकार किया कि भारत के लिये दिन मुश्किल भरा रहा। भारत ने पहली पारी में 345 रन बनाये जिसके जवाब में न्यूजीलैंड ने दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक बिना किसी नुकसान के 129 रन बना लिये हैं।
उन्होंने कहा, यह दिन हमारे लिये चुनौतीपूर्ण रहा क्योंकि उन्होंने अच्छी शुरुआत की। विकेट (पिच) से हमारे गेंदबाजों को वास्तव में मदद नहीं मिली। हमारा ध्यान सही क्षेत्र में गेंदबाजी करके कम से कम रन देने और दबाव बनाने पर था।
गावस्कर ने थमाई थी टेस्ट कैप
कानपुर में न्यूजीलैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर का पदार्पण मैच खेलने उतरे श्रेयस अय्यर को पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने टेस्ट कैप पहना कर उनकी हौसलाफजाई की थी।
ग्रीनपार्क मैदान पर गुरूवार को मैच शुरू होने से पहले गावस्कर ने श्रेयस को टेस्ट कैप प्रदान की जिसे कुछ देर निहारने के बाद श्रेयस ने उसे चूमा और पहन लिया था। गावस्कर ने उन्हे सफलता के लिये शुभकामनाये दी थी। बाद में टीम के सदस्यों ने श्रेयस को उनकी इस उपलब्धि के लिये बधाई दी थी।
पहले टेस्ट में शतक लगाने वाले बने 16वें भारतीय खिलाड़ी
श्रेयस ने 61.40 के स्ट्राइक रेट से अपनी 105 रन की शतकीय पारी में 267 मिनट क्रीज पर बिताये और इस दौरान 171 गेंदो का सामना करते हुये 13 चौके और दो शानदार छक्के जड़े। श्रेयस को चोटिल के एल राहुल के स्थान पर टीम में लिया गया था।
कोच राहुल द्रविड़ का भरोसा और महानतम बल्लेबाज सुनील गावस्कर से टेस्ट कैप के रूप में मिले सम्मान को बरकरार रखते हुये मुबंई के युवा बल्लेबाज आज यह करिश्मा कर दिखाया।इससे पहले श्रेयस ने 22 एक दिवसीय मैचों में भारत का प्रतिनिधित्व किया है और 42.78 के औसत से 810 रन बनाये है जिसमें उनका एक शतक भी शामिल है।