भारतीय फैंस को उम्मीद थी कि 2021 के पहले टेस्ट के पहले दिन टीम इंडिया ऑस्ट्र्लिया पर पहले दिन से दबाव बनाएगी लेकिन इस साल शुरुआत वैसी नहीं हुई जैसा फैंस चाहते थे।
ऑस्ट्रेलिया ने तीसरे टेस्ट में टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया यह जानते हुए भी कि अब तक वह बॉडर गावस्कर सीरीज में 200 रनों से आगे नहीं बना पाई है।विकेट कीपर ने ऋषभ पंत ने दो बार ऑस्ट्रेलिया की ओर से पहला टेस्ट खेल रहे विल पुकोवस्की के कैच छोड़े।
आर अश्विन की एक सीधी गेंद पर विल के बल्ले का किनारा ले चुकी थी लेकिन ग्लब्स से टकराकर गेंद नीचे गिर गई। पंत की पहली गलती से विल को एक जीवनदान मिल गया।
इसके बाद भी ऋषभ पंत ने नवदीप सैनी की शॉट गेंद पर विल का कैच छोड़ा। यह काफी नाटकीय था। पीछे दौड़कर पंत ने डाइव लगाई , गेंदबाज और फील्डर ने समझा कि कैच पूरी तरह पूरा हो चुका है । लेकिन अंपायर ने विल को आउट देने के बाद रोक कर रखा। रीप्ले में दिख रहा था कि पंत ने गेंद जमीन पर पड़ने के बाद पकड़ी और विल को एक जीवनदान मिल गया।
यही नहीं विल को तीसरा जीवनदान भी मिला। लाबुशाने के शॉट पर विल बिना कॉल सुने दौड़ पड़े लेकिन जसप्रीत बुमराह थ्रो नहीं मार पाए और लड़खड़ा गए। एक क्लीन थ्रो पर विल आराम से रन आउट हो जाते।
इसके बावजूद भी विल अपनी पारी को शतक में नहीं तब्दील कर पाए और 62 रनों पर पगबाधा आउट हो गए।
साहा को लेना था पंत की जगह
दो कैच छोड़ने पर पंत की जगह साहा को खिलाने की बहस ट्विटर पर शुरु हो चुकी है। तकनीकी तौर पर साहा पंत से बेहतर विकेटकीपर हैं फिर भी टीम मैनेजमेंट ने पंत को तरजीह दी है क्योंकि वह साहा से बेहतर बल्लेबाज हैं।
देखा जाए तो जितने रन पंत बनाते हैं साहा भी उतने रन बना देते हैं, और रही बात बल्लेबाजी क्रम में विविधता की तो जड़ेजा को टीम में इसलिए शामिल किया गया है ताकि एक बाएं हाथ का बल्लेबाज भी टीम में रहे। (वेबदुनिया डेस्क)