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कुंबले-कोहली की कलह पर गांगुली ने चुप्पी तोड़ी...

हमें फॉलो करें कुंबले-कोहली की कलह पर गांगुली ने चुप्पी तोड़ी...
कोलकाता , बुधवार, 28 जून 2017 (20:35 IST)
कोलकाता। पूर्व भारतीय कप्तान और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) में क्रिकेट सलाहकार समिति(सीएसी) के सदस्य सौरव गांगुली ने पहली बार कोच अनिल कुंबले और कप्तान विराट कोहली के विवाद पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मामले को ठीक तरह से संभाला नहीं गया।
         
भारतीय क्रिकेट टीम के कोच चयन की जिम्मेदारी संभाल रही सीएसी ने ही गत वर्ष पूर्व क्रिकेटर कुंबले को कोचिंग का आवश्यक अनुभव नहीं होने के बावजूद तरजीह देते हुए राष्ट्रीय टीम के लिए कोच नियुक्त किया था। इस तीन सदस्यीय समिति में गांगुली के अलावा वीवीएस लक्ष्मण और सचिन तेंदुलकर भी शामिल हैं। 
         
लेकिन कप्तान विराट के साथ मतभेद और विवाद के चलते कुंबले ने अपना कार्यकाल समाप्त होने के बाद चैंपियंस ट्रॉफी की समाप्ति के ठीक बाद लंदन में ही इस्तीफे की घोषणा कर दी थी। गांगुली ने पहली बार इस मामले पर कोई टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि जो भी कोच और कप्तान के इस विवाद को सुलझाने की जिम्मेदारी संभाल रहे थे, उन्होंने ठीक से इस मुद्दे को नहीं देखा।           
       
समझा जाता है कि खुद सीएसी भी विराट और कुंबले के बीच मतभेद सुलझाने में जुटी थी लेकिन विराट के साथ बातचीत के बाद उन्हें इस बात का अहसास हुआ कि अब इस मुद्दे को सुलझाना संभव नहीं होगा। गांगुली ने यहां कोलकाता में पत्रकारों से कहा 'मुझे लगता है कि कुंबले और कोहली के बीच इस पूरे विवाद के मुद्दे को और बेहतर ढंग से सुलझाया जा सकता था। यह मामला गलत तरीके से देखा गया।'
       
इससे पहले रविवार को गांगुली ने बीसीसीआई के प्रशासकों की समिति और राज्य संघों की बैठक में इस बात से इंकार किया था कि सीएसी ने इस पूरे विवाद की गंभीरता को समझा नहीं। उन्होंने साथ ही कहा कि समिति किस तरह का कोच राष्ट्रीय टीम के लिए चाहती है।
       
बीसीसीआई ने कुंबले के इस्तीफा देने के बाद भारतीय टीम के नए कोच पद पर आवेदन की समय सीमा भी बढ़ाकर 9 जुलाई तक कर दी है और साथ ही पद के लिए और आवेदन मांगे गए हैं जिसके बाद मंगलवार को ही पूर्व टीम निदेशक रवि शास्त्री ने कोच पद के लिएआवेदन किया है।
        
शास्त्री के आवेदन पर गांगुली ने कहा 'यह एक खुली प्रक्रिया है जिसके लिएकोई भी अपना आवेदन दे सकता है। यदि मैं प्रशासक नहीं होता तो मैं भी इसके लिए आवेदन दे सकता था। हम आवेदकों में से सही उम्मीदवार को देखेंगे।' 
        
गौरतलब है कि गत वर्ष जब सीएसी ने कोच पद के लिए साक्षात्कार किए थे, तब गांगुली शास्त्री का साक्षात्कार करने के दौरान मौजूद ही नहीं थे। इस पर शास्त्री ने काफी कड़ी प्रतिक्रिया भी दी थी, वहीं गांगुली ने शास्त्री पर प्रेजेंटेशन नहीं देने का आरोप लगाया था।
        
कुंबले के इस्तीफे के बाद भी शास्त्री ने कोच पद के लिए आवेदन नहीं किया था लेकिन हाल में अचानक उन्होंने अपना निर्णय बदला। समझा जाता है कि इससे पहले शास्त्री के आवेदन नहीं करने पर विराट ने नाखुशी जताई थी जो पूर्व निदेशक के काफी करीबी माने जाते हैं। शास्त्री से पहले जो मुख्य कोच पद की दौड़ में शामिल हैं और आवेदन कर चुके हैं उनमें पूर्व क्रिकेटर वीरेंद्र सहवाग, टॉम मूडी, रिचर्ड पाइबस और लालचंद राजपूत शामिल हैं। (वार्ता)

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