सचिन तेंदुलकर ने सौरव गांगुली के साथ मिलकर भारतीय टीम को एक नई पंक्ति में सजाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इनकी मेहनत का ही परिणाम था कि आगे के सालों में भारत ने टी20 व वनडे विश्वकप को अपने नाम किया।
एक ऐसा ही टेस्ट मैच गांगुली और सचिन की सूझबूझ के लिए जाना जाता है जिसमें भारत ने फॉलोऑन खेलने के बावजूद जीत दर्ज की थी। बात 2001 की है और मैच सौरव गांगुली के घरेलू मैदान ईडेन गार्डन में भारत और ऑस्ट्रेलिया के मध्य खेला जा रहा था।
मैच के पांचवें दिन कोलकाता की पिच खूब टर्न ले रही थी। इसी बीच कप्तान सौरव गांगुली ने सचिन को गेंदबाजी करने के लिए बुलाया और कहा कि उन्हें सिर्फ एक ओवर गेंदबाजी करने के लिए दिया जाएगा।
गांगुली का कारण भी ठीक था क्योंकि भारत के दो विशेषज्ञ स्पिनर हरभजन और वेंकटपति राजू पहले से ही बल्लेबाजों को परेशान कर रहे थे। चूंकि विकेट लेने में दोनों को सफलता नहीं मिल पा रही थी।
ऐसे में यह लगभग प्रतीत हो रहा था कि ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच को ड्रॉ कराने में सफल हो जाएगा। लेकिन सचिन ने अपने पहले ही ओवर में गिलक्रिस्ट को आउट कर दिया। इसके बाद उन्होंने अपने 11 ओवर के स्पेल में मैथ्यू हेडेन और शेन वार्न को भी आउट करने में सफलता अर्जित की और सचिन के ये विकेट मैच में टर्निंग प्वाइंट साबित हुए और भारत इस मैच को जीतने में सफल रहा।(Video courtesy : Youtube)