Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

क्या धोनी से दुश्मनी निकाल रहे हैं सौरव गांगुली?

Advertiesment
हमें फॉलो करें क्या धोनी से दुश्मनी निकाल रहे हैं सौरव गांगुली?
, बुधवार, 11 मई 2016 (18:11 IST)
पूर्व कप्तान सौरव गांगुली भारतीय टीम के वनडे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी से पिछले सारे हिसाब चुकता करने के मूड में नजर आ रहे हैं। क्रिकेट में दादा और बंगाल टाइगर के नाम से प्रसिद्ध, गांगुली धोनी को कप्तानी मिलने के बाद से उनके द्वारा लिए गए कुछ फैसलों पर अब तक खार खाए लगते हैं। गांगुली के रुख से लगता है कि वे कुछ अलग ही विचार में हैं और धोनी से अपना बदला लेकर ही रहेंगे। 
 
धोनी ने वन डे के कप्तान बनने के बाद टीम इंडिया के जाने माने खिलाड़ी सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को बाहर का रास्ता दिखा दिया। धोनी के अनुसार इन दोनों की फील्डिंग में खामी थी। धोनी के इस फैसले का काफी विरोध हुआ परंतु दोनों महान खिलाड़ी चुप ही रहे। 
 
सौरव गांगुली टीम इंडिया से निकाले जाने के बाद, आईपीएल से भी विदा हो गए और लाखों क्रिकेट प्रेमियों को धोनी के इस अंदाज से खासी तकलीफ हुई। परिस्थितियों में बदलाव हुआ है और गांगुली की स्थिति काफी मजबूत हुई है। जगमोहन डालमिया के निधन के बाद, गांगुली के हाथ क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ बंगाल की कमान आ गई। 
 
इसी बीच गांगुली ने ऐसा बयान दे डाला कि सभी को पता चल गया गांगुली अंदर ही अंदर धोनी के प्रति गुस्सा छुपाए बैठे हैं। धोनी की कप्तानी की तारीफों के पुल बांधने के बाद, गांगुली ने अचानक ने कहा कि अगर धोनी 2019 के वर्ल्ड कप तक कप्तानी संभालते हैं तो उन्हें बहुत हैरानी होगी। 
 
गांगुली ने जोड़ा कि चयनकर्ताओं पर सही फैसले की जिम्मेदारी है। उन्हें सोचना होगा कि  2019 के वर्ल्ड कप की कप्तानी धोनी को दी जानी चाहिए अथवा नहीं। गांगुली के अनुसार धोनी नौ सालों के लंबे अरसे तक कप्तान बने रहे हैं। गांगुली ने कहा कि अब विराट कोहली को कप्तान बना दिया जाना चाहिए क्योंकि विराट कोहली का प्रदर्शन निखरता जा रहा है और उन्होंने लगातार बेहतरीन प्रदर्शन किया है। 
 
क्या गांगुली धोनी के बारे में गुस्सा पालकर बैठे हैं या फिर वे धोनी को कप्तानी से हटाए जाने की सलाह देकर एक क्रिकेट विशेषज्ञ की तरह भारतीय क्रिकेट के हित में बात कर रहे हैं? 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

आईसीसी चेयरमैन पद के लिए नहीं छोड़ा बोर्ड : शशांक मनोहर