नई दिल्ली। भारतीय स्पिनर कुलदीप यादव ने कहा कि पिछले साल बहुत अधिक मैचों में खेलने के कारण वह आईपीएल (इंडियन प्रीमियर लीग) 2019 में बुनियादी बातों पर ध्यान नहीं दे पाए लेकिन इस बार उन्हें इस टी20 टूर्नामेंट में सफलता का पूरा भरोसा था।
उन्होंने कहा कि वे पिछली बार सही योजना नहीं बना पाए जिससे उन्हें अच्छा सबक मिला। यह चाइनामैन गेंदबाज आईपीएल 2020 में सफलता के प्रति आश्वस्त था लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण इस टूर्नामेंट का आयोजन अधर में लटका है।
कुलदीप ने कोलकाता नाइटराइडर्स (केकेआर) की वेबसाइट से कहा, मैं आईपीएल 2020 के लिए पूरी तरह से तैयार था। मैंने इसके लिए अच्छी योजना बना रखी थी। मैं इस आईपीएल में सफलता के प्रति शत-प्रतिशत आश्वस्त था।
पिछले सत्र के बारे में कुलदीप ने कहा, जब मैं आईपीएल में उतरा तो मैंने बहुत अभ्यास नहीं किया था। आईपीएल 2019 का सबसे बड़ा सबक यह रहा कि मैंने सत्र के लिए कोई योजना नहीं बनाई थी। उन्होंने कहा, पिछले साल विशेषकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत अधिक क्रिकेट खेली गई। मैं आईपीएल शुरू होने से केवल तीन दिन पहले टीम से जुड़ा था। इसलिए योजना सही तरह से नहीं बनी।
कुलदीप ने हालांकि कहा कि पिछला सत्र उनके लिए बहुत खराब नहीं रहा और उन्होंने भले ही विकेट नहीं लिए लेकिन किफायती गेंदबाजी की। उन्होंने कहा, ऐसा भी नहीं है कि पिछला आईपीएल मेरे लिए बुरा रहा। मैंने अच्छी गेंदबाजी की। लेकिन लेग स्पिनर की सफलता उसके द्वारा लिए गए विकेटों पर निर्भर करती है। मैं अधिक विकेट नहीं ले पाया था लेकिन मेरा इकोनोमी रेट अच्छा था।
कुलदीप ने कहा, जब आप विकेट नहीं लेते तो आपको आत्मविश्वास थोड़ा डगमगा जाता है। इसके अलावा एक मैच में मैंने काफी रन लुटा दिए जिससे मेरा आत्मविश्वास गिर गया। उन्होंने केकेआर के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर और कोच वसीम अकरम की भी जमकर प्रशंसा की जिनसे वह अपने शुरुआती दिनों में काफी प्रभावित थे।
कुलदीप ने कहा, गौती भाई (गंभीर) का केकेआर के शुरूआती दिनों में मुझ पर काफी ज्यादा प्रभाव था। वह हमेशा मुझसे काफी बात करते थे। केकेआर के समय में ही नहीं बल्कि इसके बाद भी पिछले दो वर्षों में ऐसा जारी रहा है।
उन्होंने कहा, वह हमेशा मुझे प्रेरित करते हैं। जब कप्तान से आपको इस तरह का भरोसा मिले तो किसी भी खिलाड़ी के लिए यह आत्मविश्वास बढ़ाने वाला होता है और आप अच्छा प्रदर्शन कर पाते हो। वहीं इस चाइनामैन गेंदबाज ने कहा कि पाकिस्तान के पूर्व कप्तान अकरम ने उन्हें खेल के मानसिक पहलू में काफी मदद की।
उन्होंने कहा, वसीम सर मुझे काफी पसंद करते थे। वह गेंदबाजी के बारे में ज्यादा नहीं बोलते थे, लेकिन उन्होंने मुझे खेल के लिए मानसिक तौर पर तैयार करने में काफी मदद की। उन्होंने अलग-अलग तरीकों से मुझे विभिन्न परिस्थितियों के लिए तैयार किया और बताया कि जब बल्लेबाज आपको दबाव में लाए तो क्या करना चाहिए।(भाषा)