श्रीलंका की टीम जब टी-20 सीरीज 0-3 से हारकर भारत के खिलाफ वनडे सीरीज खेलने उतरी थी तो शायद ही किसी ने सोचा होगा कि श्रीलंका भारत को 1 भी वनडे मैच जीतने ना देगी। लेकिन ऐसा ही हुआ और वह भी तब जब श्रीलंका के 6 खिलाड़ी इस सीरीज से बाहर हो गए।
श्रीलंका की टीम के 5 प्रमुख तेज गेंदबाज इस सीरीज से पहले चोटिल हो गए थे। मथीश पथिराना, दिलशान मधुशंका, नुवान तुषारा बिनुरा फर्नेडो और अनुभवी दुष्मंत चमीरा बाहर हो गए थे। शायद यह ही श्रीलंका टीम के हक में गया और उन्होंने सिर्फ 1 तेज गेंदबाज शामिल किया और स्पिन गेंदबाजों ने भारतीय टीम को समेटकर रख दिया।
इसके अलावा श्रीलंका टीम को टाई हुए वनडे मैच के बाद एक और झटका लगा। स्पिन ऑलराउंडर वानिंदू हसरंगा भी टीम से बाहर हो गए। लेकिन ऐसा लगा ही नहीं कि श्रीलंका को उनकी कमी खली। 250 रनों से कम का स्कोर बनाकर भी दूसरे मैच में टीम ने 32 रन तो तीसरे मैच में 110 रनों की विशाल जीत टीम ने अर्जित की।
वहीं भारतीय एकदिवसीय टीम में रोहित शर्मा और विराट कोहली को इसलिए टीम में शामिल किया था क्योंकि यह अगले साल चैंपियन्स ट्रॉफी से पहले खेली जाने वाली भारत की एकमात्र एकदिवसीय सीरीज थी। हालांकि रोहित शर्मा अकेले टीम इंडिया की बल्लेबाजी का बोझ ढोते नजर आए और विराट कोहली एक ही तरीके (पगबाधा) से स्पिन गेंदबाजों को विकेट देते हुए नजर आए।
भारतीय टीम में से सिर्फ हार्दिक पांड्या और जसप्रीत बुमराह की कमी थी। अन्यथा टीम में सारे प्रमुख खिलाड़ी श्रेयस अय्यर, शुभमन गिल, केएल राहुल, ऋषभ पंत, अक्षर पटेल, मोहम्मद सिराज, कुलदीप यादव, वॉशिंगटन सुंदर मौजूद थे। सिर्फ शिवम दुबे और रियान पराग को इस सीरीज में एकदिवसीय मैचों में पदार्पण करवाया गया था।