पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्टुअर्ट क्लार्क और माइकल क्लार्क को लगता है कि ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने भारत के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में टीम ऐसी बनाई है कि अब उसे दूसरे टेस्ट मैच के लिए बदलना काफी परेशानी वाली बात होगी।
नागपुर में हुए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले मैच में भारत ने ऑस्ट्रेलिया को एक पारी और 132 रनों के साथ हराया है। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व टेस्ट खिलाड़ी स्टुअर्ट क्लार्क भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलिया के पहले मैच के प्रदर्शन से बिल्कुल खुश नहीं है। स्टुअर्ट क्लार्क के मुताबिक ऑस्ट्रेलियाई टीम का भारत के खिलाफ मैच से पहले प्रैक्टिस मैच न खेलने का फैंसला भी गलत था। उसके बाद टीम के सिलेक्शन पर भी काफी सवाल खड़े किये गए जहाँ उन्होंने पीटर हैंड्सकॉम्ब के लिए ट्रैविस हेड को बैठाया लेकिन मैट रेनशॉ को खेलाया वहीँ, स्पिन गेंदबाजी में उन्होंने एश्टन अगर को बैठाकर नाथन लियोन और टॉड मर्फी को चुना जिन्होंने अपने डेब्यू मैच में 7 विकेट लिए।
स्काई स्पोर्ट्स पर बातचीत के दौरान स्टुअर्ट क्लार्क ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम के चयनकर्ताओं के सामने अब एक बड़ी मुश्किल खड़ी हो गई है। उन्होंने कहा कि मैच से पहले टीम की तैयारी अच्छी नहीं थी। पैट कमिंस की अगुवाई वाली यह टीम आशाओं पर खरा उतरने में असमर्थ रही है। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए चयनकर्ताओं के बारे में कहा 'मेरे हिसाब से उन्होंने अपने आपको इस तरह से प्रदर्शित किया है जहां पर टीम को चेंज करना काफी मुश्किल है। ये एक ऐसा कॉर्नर है जहां पर वो लगभग पूरी तरह से फंस चुके हैं और जब तक उनको थोड़ी राहत नहीं मिलती है, जैसे मिचेल स्टार्क या कैमरन ग्रीन वापस नहीं आते हैं तो फिर टीम में बदलाव काफी मुश्किल लगता है। पहले मैच में जो कुछ हुआ उसको लेकर काफी तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली।'
स्टुअर्ट और माइकल का यह भी मानना है कि ट्रेविस हेड को बाहर करने और दो ऑफ स्पिनरों को चुनने के बाद ऑस्ट्रेलियाई चयनकर्ताओं ने खुद को भारत को भारत के खिलाफ एक कोने में कर लिया है।
उन्होंने कहा 'मैंने मैथ्यू कुहनेमान को डोमेस्टिक क्रिकेट में गेंदबाजी करते हुए थोड़ा-बहुत देखा है। वो एक अच्छे गेंदबाज हैं और उनके पास वैरायटी है। हालांकि उनको प्लेइंग इलेवन में फिट करने के लिए तीन स्पिनर्स को खिलाना होगा और मुझे नहीं लगता है कि टीम ऐसा करने वाली हैै। या तो फिर नाथन लियोन को ड्रॉप करना पड़ेगा और मुझे पूरा यकीन है कि ऐसा नहीं होने वाला है।'
स्टुअर्ट क्लार्क महेश पीथिया के गेंदबाजी से अभ्यास से भी ज्यादा खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि एक ऐसा गेंदबाज जिसने 4 प्रथम श्रेणी के मैच खेले हैं उसको अभ्यास सत्र में सिर्फ इसलिए शामिल किया गया क्योंकि वह रविचंद्रन अश्विन जैसी गेंदबाजी करता है।टीम का पिच और स्थितियों पर कुछ ज्यादा ही ध्यान था और फॉर्म के बारे में कोई चर्चा ही नहीं की गई।
दोनों टीमों के बीच दूसरा मैच 17 फरवरी से दिल्ली में खेला जाएगा। ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच जीत कर भारत ने 1-0 की बढ़त प्राप्त कर ली है।