हाजिर जवाबी में पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज और कप्तान सुनील गावस्कर का कोई तोड़ नहीं है। पहले वह जैसी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते थे वैसे ही आजकल हर सावल के जवाब को बाउंड्री तक पहुंचा रहे हैं।
चेन्नई में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट में इंग्लैंड के बल्लेबाजों की बदहाली देखते हुए इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा था कि यह पिच भारतीय स्पिनरों को देख कर बनाई गई है। अंग्रेजी में जो शब्द (रैंक टर्नर) ऐसी पिचों के लिए उपयोग किया जाता है उन्होंने इस पिच को वही करार दिया था।
उनके इस बयान पर सुनील गावस्कर ने कमेंट्री बॉक्स से ही इसका जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जब भारत इंग्लैंड के दौरे पर जाती है तो टीम इंडिया को ऐसी पिच दी जाती है जिस पिच पर आकर गाय या भैंस चारा चर जाए। लेकिन तब तो कोई सवाल नहीं उठाता।
यही नहीं गावस्कर ने यह भी कहा कि अगर सीधी गेंदे खेलनी है तो किसी एकेडमी में जाइए या फिर इंडोर क्रिकेट ही खेलिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों की आदतें ही शिकायत करने की होती है। मैं भी चाहूं तो पुजारा की विकेट का ठीकरा पिच पर फोड़ सकता हूं। बैट पिच में अटकने की वजह से पुजारा आउट हो गए थे।
उनके कहने का मतलब यह था कि हर देश अपनी अनुकूल परिस्थितियों को भुनाना चाहता है। जहां इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम को तेज गेंदबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलती हैं वहीं टीम इंडिया भी इंग्लैंड को अपने घर में ऐसी पिच पर खिला सकती है जो पहले दिन से टर्न ले।
गौरतलब है कि यह पिच पहले टेस्ट जैसी समतल नहीं है। दूसरे टेस्ट के पहले दिन से पिच ने घुमाव लेना शुरु किया था। यह लाल मिट्टी क्ले की पिच है जिस पर धूल भी जल्दी उड़ती है, दरारें भी जल्दी दिखती है और गेंदबाजों के पैर के निशान भी जल्दी बनते हैं।
सुनील गावस्कर ने जैसे ही माइकल वॉन को करारा जवाब थमाया तो ट्विटर पर भारतीय फैंस ने उनकी बहुत तारीफ करी। सभी फैंस को यह भैंस वाला जवाब बहुत पसंद आया। मिनटों में ही ट्विटर पर सुनील गावस्कर ट्रैंड करने लगा और कुछ ऐसे ट्वीट्स लिटिल मास्टर की तारीफ में आए।
गौरतलब है कि इंग्लैंड इस पिच पर 134 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। तभी से इंग्लैंड के बल्लेबाजों की विफलता का ठीकरा पूर्व कप्तान वॉन ने पिच पर फोड़ा था। लेकिन उनसे यह नहीं देखा गया कि इस ही पिच पर आर अश्विन ने शतक बनाया है।
पहली और दूसरी पारी को मिलाकर इंग्लैंड अपने 9 बल्लेबाज स्पिनरों के खिलाफ खो चुका है। बल्लेबाजों से स्पिन खेली नहीं जा रही क्योंकि पिच ने दूसरे तीसरे दिन से ही असमान्य उछाल लेना शुरु कर दिया था। (वेबदुनिया डेस्क)