नई दिल्ली: पूर्व भारतीय बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर का मानना है कि 'हर एक गेंद को खेलने की चिंता' ख़राब फ़ॉर्म से जूझ रहे विराट कोहली के निरंतर कम स्कोर का एक प्रमुख कारण है।
कोहली ने इंग्लैंड दौरे पर वनडे और टी20 मैचों में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया। दो वनडे मैचों में वह बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों - दूसरे वनडे में डेविड विली और फिर तीसरे वनडे में रीस टॉप्ली - के विरुद्ध बाहरी किनारे पर कैच आउट हुए। एजबेस्टन में खेले गए पांचवें टेस्ट में पहली पारी में वह बोल्ड हुए जब गेंद बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप्स पर जा लगी। दूसरी पारी में वह स्लिप में लपके गए।
कई एक्स्पर्ट ने इस सिलसिले को एक समस्या क्षेत्र के रूप में पहचाना है। सभी प्रारूपों में कोहली ने पिछली 79 पारियों में शतक नहीं जड़ा है।
गावस्कर ने इंडिया टुडे को कहा, "सलामी बल्लेबाज़ होने के कारण मैं कई बार उस लाइन से परेशान हुआ हूं और मैंने कई चीज़ें करने का प्रयास किया है। तथ्य यह है कि आपकी पहली ग़लती ही आपकी अंतिम ग़लती बन जाती है।"
उन्होंने आगे कहा, "और क्योंकि वह रनों के इस सूखे से गुज़र रहे हैं, उन्हें प्रत्येक गेंद को खेलने की चिंता हो रही है। बल्लेबाज़ों के साथ यही होता है क्योंकि उन्हें लगता है कि रन बनाने चाहिए। ऐसे में आप उन गेंदों के खेल जाते हैं जो वैसे तो छोड़ी जा सकती थी। हालांकि इस दौरे पर वह कुछ बढ़िया गेंदों पर आउट हुए हैं।"
गावस्कर इस कमज़ोरी पर काम करने के लिए कोहली की मदद करने को तैयार हैं। कोहली को कैरेबियन दौरे के लिए भारतीय टीम से आराम दिया गया है। इसके बाद टीम ज़िम्बाब्वे के छोटे दौरे पर जाएगी जिसके बाद अगस्त में एशिया कप टी20 का आयोजन होना है।
उन्होंने कहा, "अगर मेरे पास उनके साथ 20 मिनट होते तो मैं उन्हें बता सकता कि वह क्या कर सकते हैं। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यह अवश्य उनकी मदद करेगा लेकिन यह विशेषकर ऑफ़ स्टंप की लाइन को लेकर संभवतः उनकी सहायता कर सकता है।"
कपिल देव समेत कई पूर्व खिलाड़ियों ने कोहली को मिल रहे मौक़ों का विरोध किया है। कई युवा खिलाड़ी अपने प्रदर्शन के दम पर टीम का दरवाज़ा खटखटा रहे हैं। भारतीय टीम प्रबंधन ने कोहली का समर्थन किया है और कप्तान रोहित शर्मा ने सार्वजनिक रूप से अपनी बात कही है।
जब कप्तान से पूछा गया कि क्या कोहली को इस कठिन दौर में टीम के समर्थन की आवश्यकता है, रोहित ने कहा था कि इस विषय पर बहस की कोई आवश्यकता ही नहीं है। रोहित ने इंग्लैंड के विरुद्ध दूसरे वनडे के बाद कहा था, "उन्होंने (कोहली ने) कई मैच खेले हैं। वह इतने वर्षों से खेलते आ रहे हैं। वह एक बढ़िया बल्लेबाज़ हैं जिन्हें आश्वासन की आवश्यकता नहीं है। मैंने अपनी पिछली प्रेस कॉन्फ़्रेंस में भी कहा था कि फ़ॉर्म ऊपर-नीचे होता रहता है और यह एक क्रिकेटर के जीवन का भाग है।"
भारतीय कप्तान ने आगे कहा, "इसलिए उनके जैसे खिलाड़ी, जो इतने लंबे समय से खेलता आ रहा है, जिसने इतने रन बनाए हैं और इतने सारे मैच जिताए हैं, उसे (वापसी करने के लिए) केवल एक या दो पारियों की ज़रूरत है। यह मेरी सोच है और मुझे उम्मीद है कि क्रिकेट के समर्थक भी ऐसा ही सोचेंगे।"(वार्ता)